खेल बजट पर चर्चा क्यों नहीं होती?
खेल मंत्रालय को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 2826.92 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं, जबकि वर्ष 2019-20 के संशोधित बजट में यह आवंटन 2776.92 करोड़ रुपए था। हालांकि, खेलो इंडिया के बजट में सरकार ने भारी इजाफा किया है। पिछले वित्त वर्ष में जहां इसके लिए 578 करोड़ रुपए रखे गए थे। वहीं, 2020-21 के लिए इसे बढ़ाकर 890 करोड़ किया गया है यानी 312 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, इसे पूरा करने के लिए ओलिंपिक साल होने के बावजूद कई दूसरे मदों में कटौती की गई है। राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) के बजट में सबसे ज्यादा कटौती की गई है। इस बार सरकार ने इसके लिए 245 करोड़ रुपये दिए हैं, जो पिछली बार से 55 करोड़ रुपए कम हैं। लेकिन खेल से जुड़े इन सब बातों पर कोई चर्चा नहीं है? इन्हीं सब मुद्दों पर अपनी राय रख रहे हैं खेल पत्रकार सिद्धांत और वरिष्ठ पत्रकार गौतम नवलखा
      
      अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।


 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
