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‘ऑपरेशन सिंदूर’: भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकाने नष्ट किए

सेना की ओर से कहा गया– "हमारी कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-उकसाऊ रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है।”
army press conference
भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस

 

पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने बड़ी और कड़ी कार्रवाई की है। 

सेना के अनुसार उसने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत 6-7 मई की मध्य रात्रि में 1.05 बजे से 1.30 बजे के बीच पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के कुल नौ ठिकानों को निशाना बनाया।

सेना ने इसे लेकर पहले रात में एक प्रेस रिलीज़ जारी की और आज 7 मई को सुबह साढ़े दस बजे मीडिया के सामने आकर पूरी कार्रवाई का ब्योरा दिया। 

भारतीय सेना के अनुसार उसने पूरे संयम का परिचय दिया है। और साफ़ कर दिया है कि हमारा झगड़ा पाकिस्तान या पाकिस्तानी सेना से नहीं सिर्फ़ आतंकवाद से है। इसलिए बहुत सोच समझ कर आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया है। 

भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय की ओर से हुई इस संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफ़िया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संबोधित किया। 

इस प्रेस कॉन्फेंस को आप नीचे दिए ट्ववीट को क्लिक करके सुन सकते हैं।

 

सेना की ओर से उन नौ ठिकानों का भी ब्योरा दिया गया, जिन्हें निशाना बनाया गया है। 

TERROR CAMPS

कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि रात 1:05 बजे और 1:30 बजे के बीच ऑपरेशन हुआ। 25 मिनट में पाकिस्तान और पीओके में 9 टारगेट पहचाने गए थे। इन्हें हमने तबाह कर दिया। लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए।

1. पीओके में मुज़फ़्फ़राबाद स्थित लश्कर के सवाई नाला ट्रेनिंग सेंटर

इसे सबसे पहले निशान बनाया गया। सेना के अनुसार सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली।

2. मुज़फ़्फ़राबाद का सैयदना बिलाल कैंप 

यहां हथियार, विस्फोटक और जंगल सर्वाइवल की ट्रेनिंग दी जाती थी।

3. कोटली का लश्कर का गुरपुर कैंप 

पूंछ में 2023 में श्रद्धालुओं पर हमला करने वाले आतंकी यहीं ट्रेंड हुए थे।

4. भिम्बर का बरनाला कैंप

यहां हथियार चलाना सिखाया जाता था।

5. कोटली का अब्बास कैंप 

यह एलओसी से 13 किमी दूर है। यहां फिदायीन तैयार किए जाते थे।

6. सियालकोट का सरजल कैंप 

मार्च 2025 में पुलिस जवानों की हत्या के आतंकवादियों को यहीं ट्रेन किया गया था।

7. सियालकोट का हिजबुल महमूना जाया कैंप

पठानकोट हमला यहीं प्लान किया गया।

8. मुरीदके का मरकद तैयबा कैंप

अजमल कसाब और डेविड कोलमैन हेडली यहीं ट्रेन हुए थे।।

9. मस्जिद सुभानअल्लाह भावलपुर जैश का हेडक्वार्टर

रिक्रूटमेंट, ट्रेनिंग दी जाती थी। बड़े अफसर यहां आते थे।

सेना की ओर से कहा गया– "हमारी कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-उकसाऊ रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत ने लक्ष्यों के चयन और क्रियान्वयन के तरीके में अत्यधिक संयम का परिचय दिया है।"

PIB

 

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