यूपी की कानून-व्यवस्थाः धनखड़ जी के दावे और सच्चाई

उत्तर प्रदेश (यूपी) के ग्रेटर नोएडा स्थित गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बोलते हुए उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के बारे में कई दावे किए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश लॉ एंड आर्डर की दृष्टि से रोल मॉडल है। देश तो छोड़िए अगर दुनिया में कहीं भी लॉ एंड आर्डर की समस्या होती है तो माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को याद किया जाता है।
मिमिक्री से आहत हो जाने वाले जगदीप धनखड़ जी, संसदीय पद की गरिमा से लेकर जाटों के सम्मान तक को बीच में घसीट लाते हैं। लेकिन क्या खुद बोलते हुए वो इन सब बातों का ध्यान रखते हैं। क्या वो देखते हैं कि कहीं उनके भाषण का लेवल आईटी सेल के लेवल पर तो नहीं पहुंच गया है। मंच से बिना तथ्यों के दावे करते हुए क्या धनखड़ जी सोचते हैं कि अगर किसी ने उनके सामने तथ्यों का आईना रख दिया तो संसदीय पद की गरिमा का क्या होगा।
जब योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी, तब हालत क्या थे? कानून की दृष्टि से, विकास की दृष्टि से, यह प्रदेश दोनों में चिंता का विषय था!
देश की बात तो छोडिए, दुनिया में कोई समस्या होती है, Law & Order की तो माननीय मुख्यमंत्री जी को याद किया जाता है।
Uttar Pradesh is now a… pic.twitter.com/weITLMHTBZ
— Vice President of India (@VPIndia) December 24, 2023
धनखड़ जी से पूछा जाना चाहिए कि अगर लॉ एंड आर्डर की दृष्टि से यूपी रोल मॉडल है तो देश में अपराध की दृष्टि से पहले नंबर पर कौन सा प्रदेश है? दलितों पर अपराध की दृष्टि से पहले नंबर पर कौन सा प्रदेश है? महिलाओं के खिलाफ अपराध की दृष्टि से पहले नंबर पर कौन सा प्रदेश है? जगदीप धनखड़ जी किस आधार पर यूपी को एक रोल मॉडल बता रहे हैं? क्या सचमुच यूपी कानून-व्यवस्था की दृष्टि से एक आदर्श राज्य है? आइये, पड़ताल करते हैं।
उत्तर प्रदेश में अपराध की स्थिति
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार यूपी में वर्ष 2020 में अपराध के कुल 355110 मामले दर्ज किए गए थे। ये आंकड़ा वर्ष 2021 में बढ़कर 357905 हो गया और वर्ष 2022 में दर्ज मामलों की संख्या बढ़कर 401787 हो गई। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के ये आंकड़े बता रहे हैं कि अपराध के मामलों में कमी नहीं आई है बल्कि लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
अपराध के मामलों में यूपी वर्ष 2020 में देश में चौथे पायदान पर था, वर्ष 2021 में दूसरे पायदान पर पहुंच गया और 2022 में अपराध की दृष्टि से देश में पहले स्थान पर है।
मर्डर के मामलों में उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है। उत्तर प्रदेश में कुल 3491 मामले दर्ज किए गए हैं।
किडनेपिंग एंड अबडक्शन के मामलों में यूपी देश में पहले स्थान पर है। कुल 16263 मामले दर्ज किए गए हैं।
चोरी के मामलों में यूपी देश में दूसरे पायदान पर है। यूपी में 22104 मामले दर्ज किए गए हैं। पहले स्थान पर महाराष्ट्र है जहां चोरी के कुल 62915 मामले दर्ज किए गए हैं।
महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध की स्थिति
यूपी में वर्ष 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 49385 मामले दर्ज किए गए थे। वर्ष 2021 में ये आंकड़ा बढ़कर 56083 हो गया और वर्ष 2022 में बढ़कर 65743 हो गया।
यानी महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। अगर वर्ष 2020 की तुलना में देखें तो महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में 33% बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यूपी महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में वर्ष 2020 में देश में पहले स्थान पर था, वर्ष 2021 में भी पहले स्थान पर था और वर्ष 2022 में भी पहले स्थान पर ही है।
रेप के मामलों में यूपी देश में दूसरे पायदान पर है। यूपी में रेप के कुल 3690 मामले दर्ज किए गए हैं। पहले स्थान पर राजस्थान है जहां 5399 मामले दर्ज किए गए हैं।
पति या उसके रिश्तेदारों के द्वारा अत्याचार के मामलों में यूपी देश में पहले स्थान पर है। यूपी में 20371 मामले दर्ज किए गए हैं।
एसिड अटैक के मामलों में देश में दूसरे स्थान पर है। यूपी में एसिड अटैक के कुल 23 मामले दर्ज किए गए हैं।
दहेज हत्या के मामलों में देश में पहले स्थान पर है। यूपी में कुल दहेज हत्या के 2138 मामले दर्ज किए गए हैं।
दलितों के ख़िलाफ़ अपराध की स्थिति
वर्ष 2020 में दलितों के खिलाफ अपराध के कुल 12714 मामले दर्ज किए गए थे जो आंकड़ा वर्ष 2021 में बढ़कर 13146 और 2022 में बढ़कर 15368 हो गया। यानी दलितों के खिलाफ अपराध के मामलों में हर साल लगातार बढ़ोतरी हुई है। दलितों के खिलाफ अपराध के कुल मामलों में से 27% अकेले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए हैं। यानी देश में दलितों पर होने वाला हर चौथा अपराध यूपी में होता है।
ये तमाम आंकड़े बता रहे हैं कि यूपी अपराध के मामले में देश में पहले स्थान पर है, जबकि महामहिम माननीय उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कह रहे हैं कि कानून-व्यवस्था की दृष्टि से यूपी रोल मॉडल है। तो क्या अब उस प्रदेश को रोल मॉडल माना जाएगा जहां सबसे ज्यादा अपराध हों। जो महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में नंबर एक पर हो, जो दलितों के खिलाफ अपराध के मामलों में नंबर एक पर हो। क्या जगदीप धनखड़ बताएंगे कि कानून-व्यवस्था की दृष्टि से एक आदर्श राज्य की उनकी परिभाषा क्या है और उत्तर प्रदेश किस तरह से एक आदर्श राज्य है?
(लेखक स्वतंत्र पत्रकार एवं ट्रेनर हैं। आप सरकारी योजनाओं से संबंधित दावों और वायरल संदेशों की पड़ताल भी करते हैं। विचार व्यक्तिगत हैं।)
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