युद्धविराम की घोषणा के बाद गाज़ा में इज़रायली हमले समाप्त, गाज़ावासियों का जीत का दावा

लाखों फिलिस्तीनियों को राहत देते हुए गाजा में शुक्रवार 21 मई को सुबह 2 बजे 11 दिनों तक चले इजरायली हमले को समाप्त करते हुए युद्धविराम लागू हुआ। इजरायल और हमास/इस्लामिक जिहाद दोनों के बीच हुए समझौते पर गुरुवार को मिस्र ने मध्यस्थता की। इजरायल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान में घोषणा की कि इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने सर्वसम्मति से इसे बिना किसी शर्त के स्वीकार कर लिया जिसके बाद गाजावासियों ने इजरायल के हमले की समाप्ति को जीत के रूप में मनाया।
युद्धविराम की घोषणा के बाद गाजा में हजारों फिलिस्तीनी जीत के संकेत और फिलिस्तीनी झंडा लहराते हुए सड़कों पर उतर आए। कई फ़िलिस्तीनी लोगों ने ट्विटर पर लिखा कि युद्धविराम समझौते के लिए इज़रायल का समझौता "फ़िलिस्तीनियों की जीत" और इज़रायल की हार है।
कब्जे वाले अन्य क्षेत्रों में भी कई विजय जुलूस निकाले गए। पूर्वी येरुशेलम में हजारों फिलिस्तीनी अल-अक्सा परिसर में इकट्ठा हुए।
फ़िलिस्तीनियों ने इज़रायली आक्रमण का विरोध किया था और गाजा के लोगों के साथ एकजुटता दिखाते हुए कब्जे वाले सभी क्षेत्रों में कई विरोध प्रदर्शन किए थे। फिलिस्तीनियों ने भी 17 मई को इजरायल के हमलों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल की थी।
युद्धविराम की घोषणा का चीन सहित विभिन्न देशों ने स्वागत किया है जिसने गाजा के पुनर्निर्माण में मदद करने और अपने घरों को गंवाने वाले लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने का भी वादा किया है।
गाजा में 11 दिनों तक चले इजरायली हवाई हमले में 65 बच्चों सहित कम से कम 234 फिलीस्तीनियों की मौत हो गई और 1700 से अधिक लोग घायल हो गए। इसके अलावा नागरिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। इजरायली हवाई हमलों में हज़ारों फ़िलिस्तीनी अपने घर खो चुके हैं और घर तबाह हो जाने के बाद वे शिविरों में रहने को मजबूर हैं।
हमास और इस्लामिक जिहाद समूहों द्वारा किए गए रॉकेट हमलों में इज़रायल के अंदर कम से कम 12 लोग मारे गए थे। युद्धविराम के बाद इज़रायल ने देश के अंदर सभी आपातकालीन प्रतिबंधों को समाप्त करने की घोषणा की।
भले ही इस युद्धविराम का लोगों द्वारा एक अस्थायी राहत के रूप में स्वागत किया गया है वहीं लोगों ने भविष्य में हिंसा से बचने के लिए फिलिस्तीन पर इजरायल के कब्जे को समाप्त करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
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