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हिमांशी तुम्हें सलाम: ललिता रामदास

ललिता रामदास, एडमिरल (से.नि.) एल. रामदास की पत्नी, ने यह पत्र हिमांशी नरवाल की प्रेस से बातचीत का एक छोटा-सा वीडियो क्लिप देखने के कुछ घंटे बाद लिखा। हिमांशी नरवाल ने पहलगाम हमले में अपने पति नौसेना के अफ़सर विनय नरवाल को खोया है।
himanshi narwal

यह वीडियो देखकर उनकी आँखों में आँसू आ गए और दिल गर्व और भावुकता से भर गया—एक नवविवाहिता विधवा युवती को इतनी दृढ़ता, शांति और बिना किसी कटुता के यह कहते हुए सुनना कि “नफरत नहीं होनी चाहिए, न मुसलमानों के ख़िलाफ़, न कश्मीरी भाइयों के ख़िलाफ़”, वाक़ई एक मिसाल है।

उम्मीद है कि सरकार अब कोई सख़्त संदेश देगी ताकि इस तरह की शर्मनाक नफ़रत, बदले की भावना और ओछे प्रतिशोध पर रोक लगे।

ललिता रामदास का हिमांशी नरवाल को खुला पत्र 


हिमांशी,

मेरा नाम ललिता रामदास है।

मैं नौसेना अधिकारी की बेटी भी हूं और पत्नी भी।

मेरे पिता और मेरे पति—दोनों भारत की नौसेना के चीफ़ रहे हैं—पहले और तेरहवें क्रम में।

यह पत्र शायद आज जीवित नौसेना की सबसे वरिष्ठ पीढ़ी की एक बेटी/पत्नी की ओर से, एक सबसे नई और युवा नौसेना पत्नी को मेरी ओर से व्यक्तिगत श्रद्धांजलि है।

तुम पर मुझे गर्व है, हिमांशी। तुम्हारे प्रेस से कहे गए शब्दों को बार-बार देखकर मैं स्तब्ध हूं। जिस ताक़त, संतुलन और स्पष्टता से तुमने 22 अप्रैल को पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या के बाद मुसलमानों और कश्मीरियों को निशाना बनाए जाने के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई—वह अभूतपूर्व है। और हमारे समय की सबसे ज़रूरी पुकार भी।

तुमने कहा, “हमें सिर्फ़ शांति चाहिए”, और बिल्कुल सही कहा कि “हमें न्याय भी चाहिए”।

तुम एक आदर्श ‘फ़ौजी पत्नी’ हो, हिमांशी—सेना की भावना, संविधान और हमारे धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के अनुरूप।

तुम एक ऐसी महिला हो जो अपना मन जानती है, और नौसेना के अफ़सर विनय की साथी के रूप में तुमसे बहादुर कोई हो ही नहीं सकता।

तुमने देश के हर संवेदनशील नागरिक की भावना को स्वर दिया है।

हमें तुम्हारा यह प्रेम और करुणा का संदेश दूर-दूर तक पहुँचाना चाहिए।

शुक्रिया हिमांशी।

दो दिन पहले मैंने तुम्हें एक पत्र भेजा था जो नौसेना प्रमुख (CNS) के सचिवालय के माध्यम से भेजा गया।

उम्मीद है तुम्हें वह मिला होगा।

अब जब मुझे तुम्हारा पता मिला है, तो मैं वह पत्र सीधे करनाल के पते पर भेज रही हूं।

ललिता

हिमांशी ज़िंदाबाद!

नारी शक्ति ज़िंदाबाद!

भारतीय नौसेना ज़िंदाबाद!

जय हिंद – जय जगत!

(साभार: सबरंग इंडिया)

 

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