रसोई गैस के दाम बढ़ाने का विरोध, ऐपवा ने निकाला मार्च

पटना: रसोई गैस की कीमत में केंद्र सरकार द्वारा 50 रुपये की बढ़ोतरी के खिलाफ बुधवार, 9 अप्रैल को अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) ने पटन में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया और मूल्य वृद्धि को तत्काल वापस लेने की मांग की।
मार्च में ऐपवा महासचिव मीना तिवारी, सरोज चौबे, अनिता सिन्हा, अनुराधा, मधु मिश्रा, विभा गुप्ता, राखी गुप्ता, अफ्शा जबीं, नसरीन बानो, मालती राम, दमयंती देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं.
मार्च को संबोधित करते हुए ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि भाजपा शासन में रसोई गैस की कीमत लगातार बढ़ती गई है जिसके कारण आम लोगों का जीवन दूभर होता गया है। अपने चुनावी घोषणापत्र में 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा करने वाली भाजपा किसी राज्य में चुनाव जीतते ही दाम बढ़ा देती है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम काफी घट गया है, लेकिन भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम में भी कोई कमी नहीं आई है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने में विफल साबित हुई है और केवल पूंजीपतियों को खुश करने में लगी हुई है। रसोई गैस की कीमतों में लगातार वृद्धि से लोगों के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है।
महिलाओं ने मांग की कि तत्काल रसोई गैस की मूल्य वृद्धि वापस ली जाए और सभी के लिए रसोई गैस की कीमत 500 रुपये फिक्स किया जाए। बिहार चुनाव में यह हमारा प्रमुख मुद्दा होगा। हम इसको लेकर भाजपा के खिलाफ अभियान चलायेंगे।
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