50 के होते ही पेंशन के हक़दार होंगे आदिवासी और दलित : हेमंत सोरेन

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के आदिवासी और दलित 50 की उम्र के होते ही पेंशन लाभ के हकदार होंगे।
राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत सरकार के चार वर्ष पूरे होने के मौके पर रांची के मोराबादी मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोरेन ने यह घोषणा की।
पूर्व की सरकारों ने 20 वर्ष तक कोई काम नहीं किया। जरूरतमंद लोग बेबस रहने को मजबूर हुए। असहाय लोगों को पलायन करना पड़ा। पूर्व की सरकारें आपको अधिकार देने के बदले अपनी जेबें भरने में लगी रहती थी।
आपको मालूम होगा कि डबल इंजन की सरकार में 11 लाख गरीबों का राशन कार्ड डिलीट कर दिया… pic.twitter.com/uXX19YBks4— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) December 29, 2023
उन्होंने कहा, "सरकार ने आदिवासी और दलितों को 50 की उम्र में पहुंचते ही पेंशन लाभ प्रदान करने का फैसला किया है। उनमें मृत्यु दर अधिक रहती है और उन्हें 60 वर्ष के बाद नौकरियां भी नहीं मिलतीं।”
सोरेन ने दावा किया कि 2000 में झारखंड की स्थापना के बाद 20 वर्षों में सिर्फ 16 लाख लोगों को पेंशन मिली लेकिन उनकी सरकार ने 36 लाख लोगों को पेंशन प्रदान की है, जिनमें से अधिकतर की उम्र 60 वर्ष से ज्यादा है।
उन्होंने कहा, ”हमारी सरकार के चार वर्षों में हमने 36 लाख लोगों को पेंशन प्रदान की है, जिनमें 60 की उम्र से ज्यादा के बुजुर्ग, 18 वर्ष की उम्र से अधिक की विधवाएं और शारीरिक रूप से अक्षम लोग शामिल हैं।”
सोरेन ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार जन कल्याण के लिए अथक रूप से कार्य कर रही है और बहुत सी योजनाएं ऐसी हैं, जिन्हें पहली बार लागू किया जा रहा है, जिसमें उनकी सरकार का पहुंच कार्यक्रम ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि सरकार की इस योजना का मकसद ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ उनके घर तक पहुंचाना है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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