लोकसभा की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

लोकसभा की बैठक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बृहस्पतिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इस दौरान विपक्षी सदस्य अडानी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की मांग को लेकर आसन के समीप नारेबाजी कर रहे थे।
आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे। उनके हाथों में तख्तियां भी थी जिस पर जेपीसी गठित करने की मांग लिखी हुई थी।
लोकसभा अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि आपका जिस प्रकार का आचरण है, वह सदन की उच्च परंपरा के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह से सदन की गरिमा को गिराना कतई उचित नहीं है। मैं सदन में चर्चा कराना चाहता हूं, मैंने हमेशा चर्चा के लिए समय दिया है।’’
बिरला ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि आप सदन में चर्चा नहीं करना चाहते और कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का व्यवहार संसदीय प्रणाली के लिए भी ठीक नहीं है तथा सदन एवं देश के लिए भी अच्छा नहीं है।
संसद के बजट सत्र की शुरूआत 31 जनवरी को हुई और पहला चरण 13 फरवरी तक चला। सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू हुआ।
बजट सत्र का दूसरा हिस्सा हालांकि विपक्ष की अडानी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की मांग और लोकतंत्र को लेकर लंदन में राहुल गांधी द्वारा की गई एक टिप्पणी पर सत्ता पक्ष द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से माफी मांगने पर जोर देने के कारण हुए हंगामे की भेंट चढ़ गया।
#WATCH किन-किन देशों के प्रधानमंत्रियों और उद्योगपतियों से वे(अडानी) मिले? इस पर चर्चा होनी चाहिए। हम JPC की मांग कर रहे हैं। इसमें उन्हें कोई नुकसान नहीं होने वाला था। उनके पास बहुमत है तो ज्यादा लोग आपके रहेंगे। इसके बावजूद वे(भाजपा) JPC से क्यों डर रहे हैं?: कांग्रेस अध्यक्ष… pic.twitter.com/uz5T9JLBcj — ANI_HindiNews (@AHindinews) April 6, 2023
बृहस्पतिवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर काले कपड़े पहले कांग्रेस सदस्यों सहित कुछ विपक्षी दलों के सांसद आसन के समीप आकर जेपीसी की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बजट सत्र के दौरान हुए कामकाज का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
बिरला ने कहा कि 17वीं लोकसभा के 11वें सत्र की शुरूआत 31 जनवरी को हुई जिस दिन राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अभिभाषण दिया। इस पर 13 घंटे 44 मिनट तक चर्चा चली, इस चर्चा में 143 सदस्यों ने भाग लिया और प्रधानमंत्री ने इसका जवाब दिया। सभा ने सर्वसम्मति से अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित किया।
उन्होंने बताया कि इस सत्र के दौरान 25 बैठकें हुई जो लगभग 45 घंटे 55 मिनट तक चली।
लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि वित्त मंत्री ने एक फरवरी को वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया। सदन में इस पर 14 घंटे और 45 मिनट तक चर्चा हुई और वित्त मंत्री (निर्मला सीतारमण) ने इसका जवाब दिया।
उन्होंने बताया कि सदन ने अनुदान की मांगों और संबंधित विनियोग विधेयक को मंजूरी दी। सत्र के दौरान आठ विधेयक पुन: स्थापित किए गए और छह विधेयक पारित हुए।
बिरला ने कहा कि सत्र के दौरान 29 तारंकित प्रश्नों के उत्तर दिये गए और 133 लोक महत्व के विषय उठाये गए तथा नियम 377 के अधीन कुल 436 मामले लिए गए। स्थायी समितियों के 62 प्रतिवेदन प्रस्तुत किये गए। सत्र के दौरान 2799 पत्र सभा पटल पर रखे गए।
इस दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस के मद्देनजर पार्टी के सांसद केसरिया पटका पहनकर सदन में आए थे।
कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समीप नारेबाजी करते रहे। कांग्रेस सदस्यों ने काले कपड़े पहने हुए थे। हाल में सूरत की एक अदालत द्वारा राहुल गांधी को मानहानि के एक मामले में सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराये जाने के विरोध में कांग्रेस सांसद काले कपड़े पहन कर सदन में आ रहे हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, विभिन्न दलों के नेताओं, सदस्यों, मीडिया, लोक सभा सचिवालय के महासचिव और अधिकारियों तथा कर्मचारियों के प्रति आभार प्रकट किया।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला के वक्तव्य के बाद सदन में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ की धुन बजाई गई। इसके बाद बिरला ने सदन की बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की।
न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ
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