आईएमडी रिपोर्ट : प्रतिकूल मौसम से सबसे अधिक मौतें बिहार और उत्तर प्रदेश में

दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि पिछले साल अत्यंत प्रतिकूल मौसम के कारण 1,565 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। इस दौरान आंधी व बिजली गिरने जैसी घटनाओं में 815 लोगों की मृत्यु हो गयी। आईएमडी की एक रिपोर्ट के अनुसार बिहार में बाढ़, आंधी, बिजली गिरने और शीतलहर के कारण सबसे ज्यादा 379 लोगों की मौत हुयी वहीं उत्तर प्रदेश में यह संख्या 356 रही।
विभाग ने कहा कि ये आंकड़े मीडिया रिपोर्टों पर आधारित हैं।
देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 600 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। असम में 129, केरल में 72, तेलंगाना में 61, बिहार में 54, महाराष्ट्र में 50, उत्तर प्रदेश में 48 और हिमाचल प्रदेश में 38 लोगों की मौत हुयी।
आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार आंधी और बिजली गिरने से 815 लोगों की मौत हुयी। बिहार में 280, उत्तर प्रदेश में 220, झारखंड में 122, मध्य प्रदेश में 72, महाराष्ट्र में 23 और आंध्र प्रदेश में 20 लोगों की मौत हुई।
आईएमडी ने कहा कि शीत लहर के कारण 150 मौतें हुईं। उत्तर प्रदेश में 88, बिहार में 45 और झारखंड में 16 लोगों की मौत हुयी। बिहार में मौतें एक जनवरी को एक ही दिन हुई थीं।
कई जानकारों का मानना है कि उत्तर प्रदेश और बिहार में इन मौतों का अकड़ा अधिक इसलिए क्योंकि वहां इन से निपटने के लिए तैयारियां ठीक नहीं है।
वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि 1901 के बाद से 2020 आठवां सबसे अधिक गर्म वर्ष रहा लेकिन 2016 की सबसे अधिक गर्मी की तुलना में यह "काफी कम" रहा।
विभाग ने 2020 के दौरान भारत की जलवायु संबंधी एक बयान में कहा कि वर्ष के दौरान देश में औसत वार्षिक तापमान सामान्य से 0.29 डिग्री सेल्सियस अधिक था। यह आंकड़ा 1981-2010 के आंकड़ों पर आधारित है।
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