ईडी चुनाव प्रचार में शामिल हो गया है: स्टालिन

चेन्नई: द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी से जुड़े परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के बाद सोमवार को इसे केंद्रीय जांच एजेंसी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह ‘चुनाव प्रचार’ में शामिल हो गई है।
कांग्रेस की ओर बुलाई गई विपक्ष की बैठक में बेंगलुरु रवाना होने से पहले स्टालिन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि दिवंगत जे जयललिता के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) सरकार में 13 साल पहले पोनमुडी के खिलाफ यह ‘झूठा मामला’ दर्ज किया गया था।
Tamil Nadu CM MK Stalin says, "Recently, 2 cases against Ponmudi have been dismissed. He will face this case legally. This raid is a diversion tactic against the Opposition meeting. Governor is already doing election propaganda for us (DMK) and now ED is also doing election… https://t.co/chrHaM7NMb pic.twitter.com/5KrBx1ohbX
— ANI (@ANI) July 17, 2023
स्टालिन ने कहा, ‘‘जहां तक तमिलनाडु का सवाल है, राज्यपाल आर एन रवि पहले से ही चुनाव प्रचार कर रहे हैं। अब ईडी (चुनाव परिदृश्य) भी इसमें शामिल हो गई है। मुझे लगता है कि ऐसे में हमारे लिए चुनाव कार्य आसान हो जाएगा।’’
ईडी की छापेमारी पर स्टालिन ने कहा, ‘‘द्रमुक जरा भी चंतित नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि यह ध्यान भटकाने के लिए रचाया गया ‘नाटक’ है।
उन्होंने कहा कि लोग सब देख रहे हैं और 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव में इसका जवाब देंगे।
राज्यपाल आरएन रवि और द्रमुक सरकार के बीच लंबित फाइलों और विधेयकों सहित कई मुद्दे पर टकराव होता रहा है। द्रमुक उन पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पदाधिकारी की तरह काम करने का आरोप लगाती रहती है।
ईडी जिस धन शोधन मामले में जांच कर रही है वह अन्नाद्रमुक सरकार के कार्यकाल में दर्ज किया गया था। इस सिलसिले में चेन्नई और विल्लुपुरम में द्रमुक नेता और उच्च शिक्षा मंत्री पोनमुडी से जुड़े परिसरों पर तलाशी ली गई।
द्रमुक अध्यक्ष ने कहा कि यह अन्नाद्रमुक थी जो राज्य में एक दशक तक लगातार सत्ता में रही लेकिन उसने इस मामले में कोई प्रयास नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पोनमुडी को हाल ही में अन्नाद्रमुक सरकार के कार्यकाल में दर्ज एक अन्य मामले में बरी किया गया था और वह इस मामले का भी कानूनी रूप से सामना करेंगे।
मुख्यमंत्री ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए 17 और 18 जुलाई को विपक्ष की बैठक बुलाई गई है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा, ‘‘भारत खुद खतरे का सामना कर रहा है और विपक्ष की यह बैठक देश को बचाने के लिए है।’’
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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