फ़िलिस्तीन के साथ एकजुटता : IPSP का स्टारबक्स के बाहर प्रदर्शन

फ़िलिस्तीन के समर्थन में ग्लोबल एक्शन डे, 25 अप्रैल के मौक़े पर बीडीएस इण्डिया आन्दोलन के हिस्से के रूप में, फ़िलिस्तीन के साथ एकजुट भारतीय जन (Indian People in Solidarity with Palestine - IPSP) ने दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैम्पस स्थित कमला नगर में स्टारबक्स आउटलेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान आउटलेट के अन्दर और बाहर पर्चे बाँटे गये। नरसंहार की भयावहता को दर्शाती एक लघु नाटिका की प्रस्तुति की गयी। इसके अन्त में "ख़ून" से भरे स्टारबक्स के कप को आउटलेट की सीढ़ियों पर डालकर यह सन्देश दिया गया कि स्टारबक्स के कप में मौजूद काॅफी और कुछ नहीं बल्कि ग़ज़ा के बच्चों का ख़ून है।
इस मौके पर IPSP की सदस्य व कार्यकर्ता प्रियम्वदा ने कवयित्री कविता कृष्णपल्लवी द्वारा लिखित 'ग़ज़ा के एक बच्चे की कविता' का पाठ किया और दुनियाभर में चलाये जा रहे बीडीएस आन्दोलन पर बात रखी।
उन्होंने अपनी बात में ज़ायनवादी इज़रायल द्वारा किये जा रहे नरसंहार के ख़िलाफ़ फ़िलिस्तीनी जनता द्वारा लड़ी जा रही प्रतिरोध की लड़ाई पर रौशनी डाली। प्रदर्शन के एक हिस्से में स्टारबक्स के कपों को "ख़ून" से यह दिखाने के लिए भरा गया कि ज़ायनवादी इज़रायल द्वारा मारे गये फ़िलिस्तीनियों के ख़ून का बोझ उन लोगों पर भी है जो इज़रायली कम्पनियों के सामानों को ख़रीद रहें हैं।
स्टारबक्स, बीडीएस आन्दोलन द्वारा बहिष्कृत कम्पनियों में से एक प्रमुख कम्पनी है। बीडीएस के अनुसार स्टारबक्स का निवेशक हॉवर्ड शुल्ट्ज कट्टर ज़ायनवादी है और इज़रायली अर्थव्यवस्था में भारी निवेश करता है। इस कम्पनी ने इज़रायल की साइबर सुरक्षा कम्पनी "Wiz" में 1.7 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। इसके अलावा, स्टारबक्स ने कथित तौर पर अपने कर्मचारियों की यूनियन पर मुक़दमा करने की कोशिश की जब उन्होंने सोशल मीडिया पर फ़िलिस्तीन के साथ एकजुटता ज़ाहिर की।
प्रदर्शन में प्रियम्वदा ने आगे कहा कि जब फ़ासीवादी ताक़तें फ़िलिस्तीन के मुद्दे को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही हैं और मुख्यधारा का मीडिया—विशेष रूप से पहलगाम हमले के बाद—ग़ज़ा के समर्थन में होने वाले प्रदर्शनों को मुस्लिम विरोधी दुष्प्रचार से जोड़कर नफ़रत फैला रहा है, तब हर इंसाफ़पसन्द इन्सान के लिए ये ज़रूरी हो जाता है कि अपनी चुप्पी तोड़े और फ़िलिस्तीनी अवाम के मुक्ति संघर्ष के साथ खड़ा हो। आज हमें फ़ासीवाद और ज़ायनवाद के इस नाजायज़ सम्बन्ध को सामने लाना होगा और ऐसा जन आन्दोलन खड़ा करना होगा जो भारतीय राज्य को ज़ायनवादी शासन से अपने सभी राजनीतिक,आर्थिक, कूटनीतिक आदि सम्बन्ध तोड़ने के लिए मजबूर करे।
यह प्रदर्शन बीडीएस इण्डिया अभियान का हिस्सा है जो देश के अलग-अलग विश्वविद्यालयों से लेकर आम मेहनतकश जनता के बीच चलाया जा रहा है । यह अभियान आम लोगों से अपील करता है कि वे कोका-कोला, मैगी, एचपी और स्टारबक्स जैसी कम्पनियों के उत्पादों का बहिष्कार करें। उनके अनुसार ये ऐसी कम्पनियाँ हैं जिनके मुनाफ़े का इज़रायल में निवेश होता है और जो हथियारों के निर्माण में इस्तेमाल किया जाता है। वही हथियार जिससे फ़िलिस्तीनी अवाम का नरसंहार किया जा रहा है जिसमें अधिकतर मासूम बच्चे और महिलाऍं हैं।
बीडीएस इण्डिया अभियान के सदस्य भी इस प्रदर्शन में बैनर और उन कम्पनियों की सूची के साथ शामिल हुए जो फ़िलिस्तीनी जनता के ख़िलाफ़ हो रहे नरसंहार को फण्ड कर रही हैं। सभी ने एक स्वर में कहा कि IPSP द्वारा किया गया यह प्रदर्शन यह साबित करता है कि प्रतिरोध इस अँधेरे समय में न सिर्फ आवश्यक है बल्कि सम्भव भी है।
IPSP ने सभी प्रगतिशील, फ़ासीवाद-विरोधी और ज़ायनवाद-विरोधी व्यक्तियों और समूहों से अपील की है कि वे फ़िलिस्तीन के इस संघर्ष में उनके साथ जुड़ें और इज़रायली उत्पादों का बहिष्कार करें और ये बताएं कि फ़िलिस्तीनी आवाम का मुक्ति-संघर्ष दुनियाभर के सभी न्यायप्रिय और इन्साफ़पसन्द लोगों के दिलों में गूँजता है।
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