बौखलाहट : रेल सेवा के बाद पाकिस्तान की ओर से व्यापार और बस सेवा भी बंद

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किये जाने के बाद बौखलाया पाकिस्तान एक-एक करके भारत के साथ लगभग सभी रिश्ते ख़त्म करता जा रहा है। पाकिस्तान ने अब भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को औपचारिक तौर पर समाप्त करने की घोषणा कर दी है। इसी के साथ उसने लाहौर-दिल्ली मैत्री बस सेवा भी निलंबित कर दी है। इससे पहले दो रेल सेवा थार एक्सप्रेस और समझौता एक्सप्रेस को निलंबित कर दिया गया था। इतना ही नहीं वह भारतीय उच्चायुक्त को भी निष्कासित कर चुका है।
पाकिस्तान के अखबार ‘डॉन’ के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति तथा संसद के संयुक्त सत्र में लिये गये निर्णयों को मंजूरी दी गयी। इन निर्णयों में भारत के साथ व्यपारिक संबंधों को समाप्त करना भी शामिल है।
दोनों देशों के व्यापारिक संबंध पहले से ही तनावपूर्ण थे। भारत ने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान से आने वाले सामान पर 200प्रतिशत सीमाशुल्क लगा दिया था।
पाकिस्तान से भारत का आयात इस साल मार्च में 92 प्रतिशत कम होकर 28.40 लाख डॉलर पर आ गया था।
खबर के अनुसार, मंत्रिमंडल की बैठक के बाद भारत के साथ व्यापारिक संबंध तत्काल प्रभाव से समाप्त करने को लेकर दो अधिसूचनाएं जारी की गयीं।
एक अधिसूचना के जरिये भारत को किया जाने वाला सारा निर्यात बंद किया। दूसरी अधिसूचना से भारत से किया जाने वाला आयात बंद किया गया।
पाकिस्तान ने दिल्ली-लाहौर बस सेवा निलंबित की
व्यापार बंद करने और सीमा पार की दो ट्रेनों को निलंबित करने के बाद पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री ने बताया है कि उनके देश ने लाहौर-दिल्ली मैत्री बस सेवा भी सोमवार से निलंबित कर दी है।
यह बस सेवा फरवरी 1999 में शुरू हुई थी लेकिन 2001 में संसद हमले के बाद यह निलंबित कर दी गई। फिर जुलाई 2003 में इस बस सेवा को बहाल किया गया।
पाकिस्तान के संचार एवं डाक सेवा मंत्री मुराद सईद ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बुधवार को हुई बैठक में लिए गए फैसलों के अनुरूप ही यह कदम उठाया गया।
सईद ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘‘एनएससी के फैसलों के अनुसार पाकिस्तान-भारत बस सेवा निलंबित कर दी गई है।’’
संचार मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि यह फैसला सोमवार से प्रभावी होगा।
लाहौर-दिल्ली बस सेवा दिल्ली गेट के समीप अंबेडकर स्टेडियम टर्मिनल से चलती है। डीटीसी की बसें हर सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को और पाकिस्तान पर्यटन विकास प्राधिकरण (पीटीडीसी) की बसें हर मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को दिल्ली से लाहौर रवाना होती हैं।
वापसी में डीटीसी की बसें हर मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को लाहौर से रवाना होती हैं जबकि पीटीडीसी की बसें हर सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दिल्ली के लिए रवाना होती हैं।
दिल्ली के अंबेडकर स्टेडियम टर्मिनल से पीटीडीसी की एक बस दो यात्रियों के साथ आज, शनिवार सुबह लाहौर के लिए रवाना हुई।
दिल्ली परिवहन प्राधिकरण (डीटीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान पर्यटन विकास प्राधिकरण (पीटीडीसी) की बस दो यात्रियों को लेकर अंबेडकर स्टेडियम बस टर्मिनल से सुबह छह बजे लाहौर के लिए रवाना हुई। वहीं, लाहौर से दिल्ली आ रही डीटीसी की बस में तीन यात्री सवार हैं।’’
उन्होंने कहा कि पीटीडीसी ने सेवा को निलंबित करने के संबंध में डीटीसी को फोन पर सूचित कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘पीटीडीसी से औपचारिक तौर पर एक पत्र आज मिलेगा।’’
इस साल फरवरी में पुलवामा आतंकवादी हमले और बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद द्विपक्षीय संबंध बिगड़ने पर यात्रियों की बेहद कम संख्या के बावजूद यह बस सेवा जारी थी।
इससे पहले पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह राजस्थान से सटी सीमा के जरिए दोनों देशों के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस ट्रेन सेवा को निलंबित कर रहे हैं। इससे एक दिन पहले पाकिस्तान ने द्विपक्षीय संबंधों का दर्जा कम करने के फैसले के बाद समझौता एक्सप्रेस को भी निलंबित कर दिया था।
आधिकारिक ‘एपीपी’ समाचार एजेंसी ने बताया कि रशीद ने थार एक्सप्रेस की सेवाओं को निलंबित करने की घोषणा की।
थार एक्सप्रेस 18 फरवरी 2006 से जोधपुर के भगत की कोठी स्टेशन से कराची के बीच हर शुक्रवार रात को चलती है। उससे पहले यह सेवा 41 वर्षों तक स्थगित रही थी।
भारी अनिश्चितता के बीच भारत में थार एक्सप्रेस यहां अपने निर्धारित समय पर शुक्रवार देर रात एक बजे भगत की कोठी स्टेशन से रवाना हो गई।
पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में साफ किया कि यह जोधपुर से कराची जाने वाली आखिरी ट्रेन होगी।
उन्होंने बताया कि थार एक्सप्रेस के लिए 13 अरब रुपये की लागत से 133 किलोमीटर लंबा नया ट्रैक बनाया गया था और अब इस ट्रैक का इस्तेमाल थार कोयला परियोजना के लिए किया जाएगा।
इधर, जोधपुर में भगत की कोठी स्टेशन से यात्री ट्रेन में इस आशंका के साथ रवाना हुए कि उनकी यात्रा राजस्थान के बाड़मेर जिले में सीमा पर आखिरी स्टेशन मुनाबाव में आकर खत्म हो सकती है।
उत्तर पश्चिमी रेलवे जोन के जोधपुर मंडल के मंडलीय जनसंपर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने कहा, ‘‘ट्रेन 165 यात्रियों के साथ औपचारिकताओं के बाद निर्धारित समयानुसार शुक्रवार देर रात एक बजे रवाना हुई। ट्रेन के रद्द होने के बारे में इसकी रवानगी तक कोई संदेश नहीं मिला।’’
ट्रेन में यात्रा करने वाले 165 लोगों में से 81 भारतीय हैं जो पाकिस्तान में अपने रिश्तेदारों से मिलने जा रहे हैं। 84 पाकिस्तानी नागरिक भारत में अपनी वीजा की अवधि पूरी होने के बाद अपने देश लौट रहे हैं।
तीन महीने पहले भारतीय नागरिकता हासिल करनी वाली रोशन बीबी (50) स्टेशन पर यात्रा शुरू होने का इंतजार कर रही थी ताकि उसे अपनी बीमार बेटी सना यासीर को देखने की अनुमति मिल सके।
उसने कहा, ‘‘मुझे अब यकीन नहीं है कि मैं उसे देख पाऊंगी या नहीं।’’ उसकी विवाहित बेटी कराची में है।
इंदौर से कनिजा बी इस बात को लेकर चिंतित थी कि उसने अपनी भतीजी के लिए जो उपहार खरीदा था, वह बेकार चला जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने वीजा हासिल करने के लिए दिल्ली में एक सप्ताह बिताया। अपनी भतीजी की शादी के लिए उपहार खरीदे। मैं कल तक बहुत खुश थी, लेकिन आज मुझे विश्वास नहीं है कि क्या मैं अपनी भतीजी की शादी में शामिल हो पाऊंगी या नहीं।’’
जोधपुर से निर्धारित समय पर ट्रेन के रवाना होने से लगभग चार घंटे पहले पाकिस्तान जाने वाले यात्रियों ने रात नौ बजे ट्रेन में सवार होना शुरू कर दिया था।
ताज़ा ख़बर है कि कराची जाने वाली थार एक्सप्रेस को पाकिस्तान में आगे की यात्रा के लिए मंजूरी मिल गयी।
अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित जीरो प्वाइंट स्टेशन पर पहुंचेगी, जिसके बाद यात्रियों का स्थानांतरण होगा।
पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को भारत के साथ समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेवा निलंबित कर दी थी।
पाकिस्तान के मंत्री रशीद ने कहा कि जब तक वह रेल मंत्री हैं तब तक ट्रेन निलंबित रहेगी और इस ट्रेन की बोगियों का इस्तेमाल अब ईद पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए किया जाएगा।
समझौता एक्सप्रेस का नाम हिंदी के ‘‘समझौता’’ शब्द पर रखा गया है। इसमें तीन स्लीपर बोगियां और एक एसी-3 टियर बोगी है। यह ट्रेन सेवा दोनों देशों के बीच हुए शिमला समझौते के तहत 22 जुलाई 1976 को शुरू हुई थी।
भारतीय सीमा की ओर से ट्रेन दिल्ली से अटारी तक और पाकिस्तान की ओर से लाहौर से वाघा तक चलती है।
इतना ही नहीं पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को हटाने के भारत के कदम को ‘‘एकतरफा और गैरकानूनी’’ बताते हुए बुधवार को भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को निष्कासित कर दिया था तथा भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कमतर करने का फैसला किया।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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