अफगानिस्तान : हवाई हमले में सात लोगों के मारे जाने के बाद बल्ख प्रांत में विरोध प्रदर्शन तेज़

26 जनवरी को सरकारी सैनिकों द्वारा किए गए हवाई हमलों में एक ही परिवार के सात सदस्यों के मारे जाने के बाद उत्तरी बल्ख प्रांत में विरोध प्रदर्शन तेज़ हो गए। सरकारी सैनिक अमेरिका के साथ मिलकर तालिबान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में हवाई हमले कर रही है।
टोलो न्यूज के अनुसार, रविवार के हवाई हमले में मारे गए लोग रात के वक़्त खाना खा रहे थे। हालांकि, अशरफ गनी के नेतृत्व वाली सरकार ने इस क्षेत्र में नागरिक की मौत की रिपोर्टों की जांच के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग मिशन भेजने का वादा किया है।
अफगान रक्षा मंत्रालय ने रविवार को किए गए कई हवाई हमलों में "दर्जनों आतंकवादियों" को मारने का दावा किया। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक बयान में दावा किया कि सरकारी सैनिकों द्वारा पहले किए गए हवाई हमले के जवाब में शनिवार को कुंडुज में एक चेक पोस्ट के पास अफगान बलों के कम से कम 10 सैनिक मारे गए।
इससे पहले 21 जनवरी को अफगानिस्तान के स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग ने इस महीने की शुरुआत में किए गए एक हवाई हमले में तीन नाबालिगों और तीन महिलाओं सहित 15 अफगान नागरिकों की मौत के लिए अमेरिकी सेनाओं को जिम्मेदार ठहराया था। आयोग ने जारी हवाई हमलों में नागरिक हत्याओं को "मानवाधिकारों के उल्लंघन" का एक ख़तरनाक उदाहरण क़रार दिया।
8 जनवरी को पश्चिमी अफगानिस्तान में अमेरिकी हवाई हमले के बाद यूएस और नाटो सैनिकों के एक प्रवक्ता ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान रसूल समूह के क्षेत्रीय कमांडर, मुल्लाह राज़ मोहम्मद नंग्यलाई की हत्या की पुष्टि की थी। हालांकि, 15 नागरिकों की मौतों पर सवाल उठाए जाने पर प्रवक्ता ने तुरंत अफगान रक्षा मंत्रालय से जवाब देने के लिए कहा।
अफगानिस्तान के स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग ने नागरिकों की मौतों को रोकने के लिए सैन्य अभियानों के दौरान देश में संचालित घरेलू और विदेशी सेनाओं को अतिरिक्त एहतियाती कदम उठाने के लिए बार-बार कहा है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल और ह्यूमन राइट्स वॉच सहित अधिकार की रक्षा करने वाले कई समूहों ने पहले उल्लेख किया है कि किस तरह 2019 में तालिबान विद्रोहियों की तुलना में अधिक नागरिकों को मारने के लिए अमेरिकी सेना के साथ-साथ अफगान सेनाएं ज़िम्मेदार थीं।
साभार : पीपल्स डिस्पैच
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