अडानी समूह के ख़िलाफ़ ईडी मुख्यालय जा रहे विपक्षी दलों के मार्च को पुलिस ने रोका

कांग्रेस समेत 16 विपक्षी दलों के नेताओं ने अडानी समूह से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष ज्ञापन देने के लिए बुधवार को संसद भवन से मार्च निकाला, हालांकि पुलिस ने उन्हें विजय चौक पर ही रोक लिया।
आज विपक्ष के सांसदों ने सदन से ED कार्यालय तक पैदल मार्च निकाल कर अडानी महाघोटाले के खिलाफ आवाज बुलंद की।
विपक्ष की मांग है कि अडानी महाघोटाले की जांच की जाए। pic.twitter.com/tDgceaBWsk— Congress (@INCIndia) March 15, 2023
ईडी मुख्यालय के लिए संसद भवन से निकलने के बाद ही पुलिस ने विजय चौक पर विपक्षी सांसदों को रोका। पुलिस ने विजय चौक के निकट अवरोधक लगा रखे थे।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अडानी समूह के घोटाले के मामले में ज्ञापन देने के लिए ईडी निदेशक से मिलने जा रहे थे, लेकिन सरकार ने हमें रोक लिया और विजय चौक तक भी जाने नहीं दिया।
A man who started his career with 1650 crore rupees has now expanded his wealth to 13 lakh crore rupees.
How did this happen?
What is the relationship between Adani & PM Modi?
An inquiry should be conducted.
: Congress Pres. & LoP (Rajya Sabha) Shri @kharge Ji pic.twitter.com/rGw3h0nT24— Congress (@INCIndia) March 15, 2023
उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मामले पर ईडी के समक्ष विस्तृत पक्ष रखना चाहता है और आगे जाने की कोशिश करेगा।
राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने आरोप लगाया कि यह तानाशाही सरकार है और यह विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है।
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल ने अडानी समूह के खिलाफ तीन पृष्ठों का ज्ञापन तैयार किया है जिसमें ‘शेल’ कंपनियों समेत कई आरोप लगाए गए हैं।
विपक्षी दलों के मार्च से पहले, खरगे के संसद भवन परिसर स्थित कार्यालय में विपक्षी दलों के नेताओं ने अडानी समूह से जुड़े मुद्दे पर अपनी संयुक्त रणनीति में समन्वय के लिए एक बैठक की।
JPC के मुद्दे पर सभी विपक्षी पार्टियाँ एकमत हैं।
मोदी जी के “परम मित्र” — अडानी से जुड़े महा-घोटाले की जाँच के लिये हम ED को विस्तृत पत्र सौंपने जा रहें हैं। लेकिन सरकार हमें रोक रही है।
विपक्षी पार्टियों पर लगातार छापे मारने वाली ED, मोदी जी के मित्र का पता क्यों भूल गई है ? pic.twitter.com/KiuaOaqR0a— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 15, 2023
तृणमूल कांग्रेस विपक्षी दलों के इस मार्च का हिस्सा नहीं थी। उसके सांसदों ने घरेलू रसोई गैस (एलपीजी) की कीमतों में वृद्धि को लेकर संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।
अमेरिकी वित्तीय शोध संस्था ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट आने के बाद से ही अडानी समूह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमलावर विपक्षी दलों के सदस्यों की मांग है कि इस मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाए।
उल्लेखनीय है कि ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने अडानी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे। अडानी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है।
(न्यूज़ एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)
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