लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई क्षेत्र COVID-19 का हॉटस्पॉट बना

लैटिन अमेरिकी और कैरिबियाई क्षेत्र COVID-19 महामारी के नए केंद्र के रूप में उभर रहे हैं। इस महीने में नोवेल कोरोनवायरस से संक्रमण और इससे मारे गए लोगों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। क्वारंटीन नियमों को आसान बनाने और आर्थिक गतिविधियों से प्रतिबंधों को हटाने से इसमें तेज़ी आ रही है। सरकारों ने बेहतर स्वच्छता प्रबंधों को लागू किए बिना काम पर लौटने के लिए श्रमिकों को मजबूर किया है। 22 जुलाई तक इस क्षेत्र में 4,048,935 कोरोनोवायरस से संक्रमित मामलों की पुष्टि की गई और इस बीमारी से 173,859 मौतें हुईं।
इस क्षेत्र में महामारी से ब्राजील सबसे अधिक प्रभावित देश है और दुनिया में 2,231,871 कोरोनावायरस मामलों और 82,890 मौतों के साथ दूसरा देश है। पेरू 366,550 मामलों और 17,455 मौतों के साथ इस क्षेत्र में दूसरा सबसे प्रभावित देश है जबकि इस बीमारी से प्रभावित दुनिया का छठा देश है। मेक्सिको 362,274 मामलों और 41,190 मौतों के साथ इस क्षेत्र में तीसरा सबसे प्रभावित देश है और विश्व में सातवें स्थान पर है। इसके बाद चिली है जो 336,402 मामलों और 8,722 मौतों के साथ इस क्षेत्र में गंभीर रूप से प्रभावित चौथा देश है और इससे प्रभावित दुनिया का आठवां देश है। कोलंबिया और अर्जेंटीना में भी नए मामले और मौत की संख्या में रोज़ाना वृद्धि देखी जा रही है।
कोरोनावायरस से संक्रमण के मामलों में वृद्धि ने पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के संकट को बढ़ा दिया है। ब्राज़ील और चिली जैसे देशों में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली बिखरने की कगार पर है जहां नवउदारवादी सरकारों ने लोगों के जीवन से ज़्यादा अर्थव्यवस्था को तरजीह देते हुए बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए आर्थिक गतिविधियों को बंद करने से इनकार कर दिया है। बोलीविया और इक्वाडोर स्वास्थ्य सेवा में भी संकट का सामना कर रहे हैं। बोलिविया की राजधानी ला पाज़ के सरकारी अस्पतालों में भीड़भाड़ है और अब COVID-19 रोगियों को दाख़िल नहीं कर रहे हैं। इक्वाडोर में जांच सीमित हो गया है और यह देश जांच व्यवस्था की आपूर्ति के लिए संघर्ष कर रहा है।
कई राष्ट्रीय रिपोर्टों से पता चला है कि इन सभी देशों में बड़े शहरों के सबसे ग़रीब इलाक़ों में बीमारी के मामले और मौत के आंकड़े तेज़ी से बढ़ रहे हैं। लोगों को अधिक भीड़ का सामना करना पड़ता है, पीने योग्य पानी, रसोई गैस, स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच है और स्वच्छता सुविधाओं की कमी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के क्षेत्रीय कार्यालय पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (पीएएचओ) ने 21 जुलाई को चेतावनी दी थी कि कोरोनावायरस महामारी अमेरिका के क्षेत्रों (उत्तर और दक्षिण अमेरिकी महाद्वीपों) में "धीमा होने के कोई संकेत नहीं" दिखा रहे हैं। वर्चुअल प्रेस ब्रीफिंग में पीएएचओ के निदेशक कैरिसा इटियेने ने कहा कि पिछले हफ्ते अमेरिका के इन क्षेत्रों में 900,000 नए मामले और लगभग 22,000 मौत के आंकड़े सामने आए हैं, इनमें से ज़्यादातर ब्राजील, मैक्सिको और संयुक्त राज्य अमेरिका में हैं। इटियेने ने इन क्षेत्रों की सरकारों से आग्रह किया कि वे निवारक उपायों पर ज़ोर देना और बढ़ावा देना जारी रखें।
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