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ट्रंप की 'धमकी' के बाद भारत ने मलेरिया दवाइयों के निर्यात से प्रतिबंध हटाया

4 अप्रैल को भारत ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन, जो कोरोना वायरस के इलाज में मददगार साबित हो रही है, सहित कई दवाइयों के निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था।
भारत ने मलेरिया दवाइयों के निर्यात से प्रतिबंध हटाया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार 6 अप्रैल को भारत को मलेरिया की दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन से अपना प्रतिबंध हटाने का अल्टिमेटम दिया था।

6 अप्रैल सोमवार को हुई दैनिक प्रेस ब्रीफ़िंग में ट्रंप ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 5 अप्रैल को बात की थी। ट्रंप के मुताबिक़ मोदी ने इस मसले को हल करने का आश्वासन दिया था, और कहा था कि अमेरिका तक पर्याप्त दवाइयाँ पहुँचाने की कोशिश करेंगे। हालांकि, ट्रंप ने भारत के ऐसा ना करने पर 'बुरे परिणामों; की बात भी कही थी।

हालांकि ख़ुद ट्रंप प्रशासन पर अपने दीर्घकालिक सहयोगी कनाडा और कुछ लैटिन अमेरिकी देशों सहित अन्य देशों को आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति के निर्यात पर ऐसा ही प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाया गया है।

हालांकि, चिकित्सा उपकरणों के निर्यात को रोकने की अमेरिका की यह नीति कोई नई नहीं है और यह डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन को बाध्य नहीं करता है। 2009 में एच1एन1 के प्रकोप के दौरान बराक ओबामा के प्रशासन ने इसी तरह की नीति को अपनाया था।

अमेरिका में कोरोना के अब दुनिया में सबसे ज़्यादा 3,60,000 मरीज़ हो गए हैं, जबकि 11,000 की मौत हो चुकी है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने दवाइयों का ऑर्डर मार्च में दिया था। भारत ने 4 अप्रैल को  हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन, जो कोरोना वायरस के इलाज में मददगार साबित हो रही है, सहित कई दवाइयों के निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। भारत इस दवाई का सबसे बड़ा उत्पादक है।

भारत में 6 अप्रैल तक कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 4500 हो गई है जबकि 100 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

हालिया रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार 7 अप्रैल को घोषणा की है कि भारत paracetamol और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन पड़ोसी देशों और जिन देशों को इसकी ज़रूरत है, उन तक पहुंचाएगा। एमईए प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक बयान में कहा कि भारत "यह दवाइयाँ उन देशों तक भी पहुंचाएगा जिन पर इस महामारी का बेहद ख़राब असर हुआ है। हम चाहते हैं कि इस मामले पर कोई राजनीति न की जाए।

साभार :पीपल्स डिस्पैच

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