ईवीएम खराबी और फर्जी वोटिंग के आरोपों के बीच छत्तीसगढ़ में पहले दौर का चुनाव संपन्न

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 18 सीटों पर पहले चरण का मतदान सोमवार को संपन्न हो गया। इस दौरान कई जगह ईवीएम खराबी और फर्जी वोटिंग की शिकायतें मिलीं।
नक्सल प्रभावित कहे जाने वाले आठ जिलों में स्थित इन 18 सीटों में 10 सीटों पर दोपहर तीन बजे तक वोट डाले गए जबकि आठ सीटों पर शाम पांच बजे तक मतदान हुआ।
संवेदनशील नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेड़, केशकाल एवं कोंडागांव में मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और दोपहर तीन बजे समाप्त हुआ, जबकि खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनंदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर एवं चित्रकोट में मतदान शाम पांच बजे तक चला।
चुनाव आयोग ने कहा कि दोपहर तीन बजे तक 65 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था।
मतदान शुरू होने से चंद मिनट पहले दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण इलाके में इंप्रोवाइज्ड विस्फोटक उपकरण (आईईडी) में विस्फोट भी किया गया। वहीं बीजापुर के पामेड इलाके में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ के दो जवान भी घायल हुए बताते हैं। नक्सलियों ने इन चुनावों का बहिष्कार किया था।
कांग्रेस ने बस्तर इलाके में ईवीएम में खराबी का आरोप लगाया, लेकिन चुनाव आयोग ने अरोपों को खारिज कर दिया।
विधानसभा में कांग्रेस के नेता टी.एस. सिंह देव ने कहा, "भाजपा छत्तीसगढ़ में अपनी जमीन पूर्ण रूप से खो चुकी है और बस्तर से ईवीएम में आ रही गड़बड़ियों की खबरें उसकी हताशा और मायूसी का सबूत है।"
उन्होंने निर्वाचन आयोग से मामले में हस्तक्षेप करने को कहा।
चुनाव आयोग ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कुछ सूत्र ईवीएम में खराबी और गड़बड़ी की अफवाह फैला रहे हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि उसने तीन दर्जन से ज्यादा ईवीएम और 61 वीवीपैट में तकनीकी खराबी आने के बाद उन्हें बदल दिया था।
10 सीटों पर सुबह सात बजे और बाकी आठ सीटों पर सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ था। मतदान में 15 लाख से ज्यादा पुरुष और करीब 16 लाख महिलाओं समेत 31 लाख से ज्यादा मतदाता थे। यहां कुल 4,336 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित कुल 190 उम्मीदवार मैदान में हैं। रमन सिंह राजनांदगांव से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला चुनौती दे रही हैं। करुणा 2014 में कांग्रेस में शामिल हुई थीं।
भाजपा छत्तीसगढ़ में बीते 15 वर्षो से सत्ता में है। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को इन 18 सीटों में से 12 पर हार का सामना करना पड़ा था।
अब दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ में 20 नवंबर को 72 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मतगणना सभी पांच राज्यों के चुनावों की एक साथ 11 दिसंबर को होगी।
(इनपुट आईएएनएस)
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