भारत–पाक तनाव: 22 अप्रैल से 10 मई; अब तक क्या-क्या हुआ

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले से शुरू हुआ भारत–पाकिस्तान तनाव आज 10 मई को कहां तक पहुंच गया है–देखिए एक संक्षिप्त टाइमलाइन
22 अप्रैल से 10 मई 2025 तक
22 अप्रैल: पहलगाम की बैसरण घाटी में बर्बर आतंकी हमला, आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर 26 पर्यटकों की हत्या की। इनमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाल का नागरिक था। मरने वाले सभी पुरुष थे। इससे पूरे देश में ग़म और ग़ुस्से की लहर दौड़ गई।
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पहलगाम हमला: “निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना पूर्णतः निंदनीय और अस्वीकार्य”
24 अप्रैल: सरकार ने विपक्ष को पूरी घटना की जानकारी देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसकी अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह ने की।
बैठक में पूरे विपक्ष ने सरकार के साथ एकजुटता जताते हुए की किसी भी जवाबी कार्रवाई को उसके पूरे समर्थन का भरोसा दिलाया।
5 मई: सरकार ने 7 मई को देश के 240 ज़िलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल यानी नागरिक सुरक्षा अभ्यास की घोषणा की
6-7 मई की रात: आतंकियों के ख़िलाफ़ भारत का “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू
7 मई: भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के जरिये देश को “ऑपरेशन सिंदूर” की जानकारी दी।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफ़िया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने मीडिया को जानकारी दी कि 6-7 मई की रात को 1.05 से 1.30 बजे के बीच भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें बहावलपुर, मुरिदके, सियालकोट, और मुज़फ़्फ़राबाद शामिल थे।
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बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
इसके बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया।
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7-8 मई रात: पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें विफल कर दिया गया।
8 मई: भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय ने फिर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ताज़ा हालात से अवगत कराया।
बताया गया कि पाकिस्तान ने 7-8 मई रात की रात को जम्मू, अमृतसर और जैसलमेर इत्यादि स्थानों पर भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया जिसे भारतीय वायुसेना ने S-400 "सुदर्शन चक्र" प्रणाली का उपयोग करके विफल कर दिया।
विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान ने 300 से 400 तुर्की निर्मित ड्रोन के माध्यम से 36 स्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की।
भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 4 वायु रक्षा स्थलों पर सशस्त्र ड्रोन हमले किए और लाहौर में पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि पाकिस्तान की सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में की गई "बर्बर" गोलाबारी में 16 नागरिकों की मृत्यु हुई और 59 अन्य घायल हुए।
8 मई: “ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद 8 मई को सरकार ने एक और सर्वदलीय बैठक आयोजित की, जिसमें सभी प्रमुख राजनीतिक दलों को ऑपरेशन की जानकारी दी गई।
बैठक में विपक्षी दलों ने पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन किया।
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8-9 मई की रात: यह रात भी पिछली रात की ही तरह गुज़री और पाकिस्तान ने फिर कई स्थानों पर ड्रोन हमले की नाकाम कोशिश की। इस बार कई नागरिक ठिकाने भी पाकिस्तान के निशाने पर रहे।
9 मई: भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय ने की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि भारत ने पाकिस्तान के सभी प्रयास विफल कर दिए हैं।
भारत ने बार-बार ज़ोर देकर कहा कि उसने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। लेकिन पाकिस्तान लगातार उकसाने वाली कार्रवाई कर रहा है और सैन्य प्रतिष्ठानों के साथ नागरिक इलाकों को भी निशाने पर ले रहा है। लेकिन भारत पाकिस्तान की हर हरक़त का माकूल जवाब दे रहा है।
9-10 मई की रात: यह रात भी पहली रातों की तरह गुज़री और लगातार ड्रोन हमलों और सीमा पर गोलाबारी की ख़बरे आती रहीं।
10 मई सुबह: सेना और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफ़िया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान अग्रिम मोर्चों पर सैनिकों की तैनाती बढ़ा रहा है, जो उसकी आक्रामक मंशा को दर्शाता है।
पाकिस्तान ने श्रीनगर, अवंतीपुरा और उधमपुर में चिकित्सा सुविधाओं पर हमले किए।
राजौरी में पाकिस्तानी गोलाबारी में एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त (ADDC) डॉ. राज कुमार थापा की मृत्यु हो गई और दो कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए।
पाकिस्तान ने पंजाब में एक उच्च गति वाली मिसाइल दागी।
पाकिस्तान ने ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, लूटरिंग म्यूनिशन और जेट्स का उपयोग करके भारत के पश्चिमी मोर्चे पर सैन्य ठिकानों पर हमले किए। इनमें कोई ज़्यादा नुकसान नहीं पहुंचा और सभी हमलों को सफलता पूर्वक विफल कर दिया गया।
भारत ने पाकिस्तान के सियालकोट वायुसेना अड्डे सहित कई सैन्य प्रतिष्ठानों पर सटीक हमले किए।
भारत ने पाकिस्तान के उन दावों को खारिज किया, जिसमें उसने भारतीय वायुसेना स्टेशनों और ठिकानों को नष्ट करने की बात कही थी, और इसके समर्थन में तस्वीरें पेश कीं।
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