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यूपी का रण: आख़िरी चरण में भी नहीं दिखा उत्साह, शाम 5 बजे तक कुल 54.18 फ़ीसदी मतदान

आज 7 मार्च—7वां चरण है। और यही आख़िरी चरण है। आख़िरी दौर, आख़िरी वार। आज तय हो जाएगा कि अगली सरकार किसकी होगी। इस अंतिम दौर में 9 ज़िलों की 54 सीटों पर मतदान हो रहा है। इसमें नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत अखिलेश यादव का गढ़ आज़मगढ़ भी शामिल है।

10 फरवरी, 2022 से शुरू हुआ चुनाव अब आख़िरी दौर में पहुंच गया है। आज 7 मार्च को आख़िरी वोट पड़ने के साथ ही एग्ज़िट पोल भी आने शुरू हो जाएंगे यानी आज शाम से हर कोई अपने दावे-प्रतिदावे, रुझान खुले तौर पर जाहिर करने लगेगा कि किसके पास कितने नंबर हैं या हो सकते हैं। कौन आ रहा है और कौन जा रहा है। लेकिन इतना साफ़ है कि इस अंतिम दौर की 54 सीटें भी सरकार बनाने और चलाने में अहम रोल अदा करेंगी, यानी इस दौर में पक्ष-विपक्ष जितनी भी सीटे झटक पाने में सफल होगा, उसकी सरकार बनने की संभावना उतनी ही प्रबल हो जाएगी।  

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9 ज़िले—54 विधानसभा सीटें

आजमगढ़ ज़िला- अतरौलिया, गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, आजमगढ़, निज़ामाबाद, फूलपुर-पवई, दीदारगंज, लालगंज (एससी), मेहनगर (एससी)

मऊ ज़िला- मधुबन, घोसी, मुहम्मदाबाद-गोहना(एससी), मऊ

जौनपुर ज़िला- बदलापुर, शाहगंज, जौनपुर, मल्हनी, मुंगड़ा बादशाहपुर, मछलीशहर (एससी), मरियाहूजफराबाद, केराकत(एससी)

भदोही ज़िला- भदोही, ज्ञानपुर, औराई (एससी)

वाराणसी ज़िला- पिंडरा, अजगरा (एससी), शिवपुर, रोहनिया, वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी छावनी, सेवापुरी

मिर्ज़ापुर ज़िला- छानबे (एससी), मिर्जापुर, मझवां, चुनार, मड़िहान

गाज़ीपुर ज़िला- जाखानिया (एससी), सैदपुर (एससी), गाजीपुर, जंगीपुर, ज़हूराबाद, मोहम्मदाबाद, ज़मानिया

चंदौली ज़िला- मुगलसराय, सकलडीह, सैयदराजा, चकिया (एससी)

सोनभद्र ज़िला- घोरावाल, रॉबर्ट्सगंज, ओबरा (एसटी), दुद्धी(एसटी)

प्रधानमंत्री मोदी ने खुद को झोंका

इस चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख भी दांव पर होगी, दरअसल इस चरण में मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की 8 विधानसभा सीटों पर भी वोट डाले जाएंगे। यही कारण है कि देश के प्रधानमंत्री पिछले कई दिनों से उत्तर प्रदेश में ही डेरा जमाएं हुए हैं। और तरह-तरह से लोगों को रिझाने की कोशिश में लगे हुए हैं। अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में डबरू बजाते नज़र आए हैं। ये कहना ग़लत नहीं होगा कि इन सबके बीच भाजपा समर्थकों के मन में तो यही चल रहा होगा कि चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री ने जितनी तेज़ी से रूप बदले हैं उतनी ही तेज़ी से अगर जनता का मन बदल गया तो समस्या आन पड़ेगी।

अखिलेश की प्रतिष्ठा भी दांव पर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी के अलावा सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए भी ये चरण प्रतिष्ठा की बात है, क्योंकि आज़मगढ़ की 10 विधानसभा सीटों पर जनता मतदान करेंगी और अपना प्रतिनिधि चुनेगी। क्योंकि अखिलेश यादव आज़मगढ़ से सांसद है, ऐसे में एक-एक सीट उनके लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है।

613 उम्मीदवार मैदान में

पश्चिम से पूर्वांचल तक 349 सीटों पर मतदान होने के बाद अब 54 सीटें बची हैं, जिसके लिए पूर्वांचल के आज़मगढ़ से लेकर काशी तक 613 उम्मीदवार मैदान में हैं।

पिछले चुनावों में चली थी भाजपा लहर

साल 2014 के बाद से पूर्वांचल में भाजपा की अच्छी खासी पकड़ रही है, इसी कड़ी में पिछले यानी 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने इन 54 सीटों पर विपक्षियों को पूरी तरह साफ कर दिया था, इस चरण में भाजपा और उसके सहयोगियों ने 36 सीटें अपने नाम की थीं, जिसमें भाजपा को 29, अपना दल(एस) को 4, और सुभासपा के 3 सीटें मिली थीं। वहीं सपा ने 11 सीटें, बसपा ने 6 सीटें और निषाद पार्टी ने एक सीट जीती थी। जबकि कांग्रेस खाता तक नहीं खोल सकी थी। हालांकि इस बार ओम प्रकाश राजभर ने भाजपा से नाता तोड़ सपा से हाथ लिया है, तो कांग्रेस भी मैदान में नज़र आ रही है, ऐसे में सियासी समीकरण बदल सकते है।

अपने-अपने क्षेत्र में प्रदर्शन

जैसे सबको पता है कि आज़मगढ़ और जौनपुर सपा का गढ़ रहा है, उसी तरह वाराणसी में भाजपा का दबदबा है, तो ये सियासी समीकरण 2017 में भी बरकरार रहे थे, अपने-अपने क्षेत्र में दोनों पार्टियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था।

किसकी कितनी तादाद

निषाद, राजभर और पटेल समाज के अलावा इस चरण की 54 सीटों पर मुस्लिम आबादी भी अच्छी खासी तादाद में है, औसत के हिसाब से इन सीटों पर 12 फीसदी मुस्लिम आबादी और 24 फीसदी अनुसूचित जाति की आबादी है। ब्राह्मण और ठाकुरों की आबादी 20 प्रतिशत है। जबकि 20 फीसदी में कुर्मी, पटेल, निषाद, राजभर और बनिया शामिल हैं। इस क्षेत्र में यादवों की तादाद भी अच्छी खासी है। इन सभी जातियों में अल्पसंख्यकों की सबसे ज्यादा आबादी मऊ, आज़मगढ़ और वाराणसी में है, जो क्रमश: 19%, 16% और 15% है। जबकि अनुसूचित जाति की सर्वाधिक आबादी सोनभद्र में 42% मीरजापुर में 27% और आज़मगढ़ में 26% है।

बदल चुके हैं हालात

पिछले चुनावों की तुलना में इस बार हालात काफी ज्यादा बदल चुके हैं। जहां सुभासपा ने भाजपा का साथ छोड़कर सपा का दामन थाम लिया है, तो इस चरण में बसपा का भी अच्छा-खासा जनाधार है, वहीं अगर साल 2017 के चुनावों को न देखें तो इस चरण में 90 के दशक से जातिगत समीकरण हावी रहे हैं। कहने का अर्थ ये है कि इस आखिरी चरण में सपा-बसपा के अलावा, संजय निषाद, ओपी राजभर और अनुप्रिया पटेल की भी परीक्षा है।

सातवें चरण में कुल 2.06 करोड़ मतदाता

सातवें चरण में 2.06 करोड़ मतदाता हैं। इनमें 1.09 करोड़ पुरुष, 97.08 लाख महिलाएं तथा 1,027 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। इस चरण के निर्वाचन में कुल 54 विधान सभा क्षेत्रों में 613 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 75 महिला प्रत्याशी हैं। सातवें चरण की 54 सीटों में से 11 अनुसूचित जाति के लिए और दो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।

चकिया, राबर्ट्सगंज और दुद्धी में केवल शाम 4 बजे तक मतदान

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने बताया कि चंदौली जिले की चकिया और सोनभद्र जिले के राबर्ट्सगंज तथा दुद्धी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान शाम चार बजे तक चलेगा। शेष 51 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में शाम छह बजे तक वोट पड़ेंगे।

23,614 पोलिंग बूथ

सातवें चरण के चुनाव के लिए कुल 23,614 मतदेय स्थल (पोलिंग बूथ) तथा 12,210 मतदान केन्द्र (पोलिंग स्टेशन) बनाये गये हैं। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग ने 52 सामान्य प्रेक्षक, नौ पुलिस प्रेक्षक तथा 17 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये हैं। इसके अलावा 1,621 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 195 जोनल मजिस्ट्रेट, 222 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2,796 सूक्ष्म पर्यवेक्षक भी तैनात किये गये हैं।

आयोग ने राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, एक वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा दो वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए हैं, जो क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करेंगे।

इन नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर

चुनाव के इस अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा। इनमें पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी (वाराणसी दक्षिण), अनिल राजभर (शिवपुर-वाराणसी), रविंद्र जायसवाल (वाराणसी उत्तर), गिरीश यादव (जौनपुर) और रमाशंकर पटेल (मड़िहान-मिर्जापुर) शामिल हैं।

इसके अलावा विधानसभा चुनाव से ऐन पहले भाजपा छोड़कर सपा में गए पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान (घोसी-मऊ) और भाजपा का साथ छोड़कर इस बार सपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे सुभासपा अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (जहूराबाद-गाजीपुर), बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी (मऊ सदर) तथा बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह (मल्हनी-जौनपुर) की उम्मीदवारी वाली सीट पर भी इसी चरण में ही वोट डाले जा रहे हैं।

सुबह 9 बजे तक 8.58 प्रतिशत मतदान

आज सातवें और अंतिम चरण के लिए शुरुआती दो घंटों में सुबह नौ बजे तक कुल औसतन 8.58 प्रतिशत मतदान हुआ है। आज नौ जिलों वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर की 54 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। चार्ट देखें—

11 बजे तक 21.55 प्रतिशत मतदान

आज सातवें और अंतिम चरण के लिए धीमी गति से ही मतदान चल रहा है। शुरुआती दो घंटों में सुबह नौ बजे तक कुल औसतन 8.58 प्रतिशत मतदान हुआ और 11 बजे 21.55 फ़ीसदी मतदान दर्ज किया गया है। आज नौ जिलों वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर की 54 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। चार्ट देखें—

दोपहर 1 बजे तक 35.51 प्रतिशत मतदान

आज सातवें और अंतिम चरण के लिए सुबह सात बजे से मतदान चल रहा है। दोपहर एक बजे तक सभी नौ ज़िलों की 54 सीटों पर औसतन 35.51 प्रतिशत मतदान हुआ है। इससे पहले 11 बजे 21.55 फ़ीसदी मतदान दर्ज किया गया था। आज नौ जिलों वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर की 54 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। चार्ट देखें—

बनारस की आठ सीटों का हाल

वाराणसी (बनारस) ज़िले की 8 सीटों पर दोपहर एक बजे तक मतदान प्रतिशत

384 पिण्डरा    34.2%

385 अजगरा    33.78%

386 शिवपुर    34.8%

387 रोहनिया   34.5%

388 वाराणसी उत्तरी 34.9%

389 वाराणसी दक्षिणी 32.2%

390 वाराणसी कैण्ट 29.6%

391 सेवापुरी       35%

दोपहर 3 बजे तक 46.40 फ़ीसदी मतदान

आज सातवें और अंतिम चरण के लिए नौ ज़िलों की 54 सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान चल रहा है। दोपहर बाद तीन बजे की रिपोर्ट यह है कि कुल औसतन 46.40 फ़ीसदी मतदान हुआ है। इसमें भी बनारस सबसे पीछे है। प्रधानमंत्री मोदी के इस संसदीय क्षेत्र में दोपहर 3 बजे तक कुल 43.90 यानी क़रीब 44 फ़ीसद वोट हुआ है। जबकि चंदौली में 50 फ़ीसदी से ज़्यादा वोट हुआ है। आज नौ जिलों वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर की 54 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। चार्ट देखें—

शाम 5 बजे तक 54.18 फ़ीसदी मतदान, गाज़ीपुर-बनारस सबसे पीछे

आज सातवें और अंतिम चरण का मतदान भी समाप्त हो गया। आज नौ ज़िलों की 54 सीटों के लिए वोट पड़े, लेकिन कोई उत्साह देखने को नहीं मिला। शाम पांच बजे तक कुल औसतन 54.18 फ़ीसदी मतदान हुआ। इसमें भी वाराणसी (बनारस) पीछे है। प्रधानमंत्री मोदी के इस संसदीय क्षेत्र में शाम पांच बजे तक कुल 52.95 फ़ीसदी वोट हुआ। गाज़ीपुर में भी वोट प्रतिशत कम रहा। यहां पांच बजे तक कुल औसतन 52.73 फ़ीसदी वोट हुआ। जबकि चंदौली में 60 फ़ीसदी के पास वोट हुआ है। अंतिम आंकड़ों का इंतज़ार है। आज जिन नौ जिलों की 54 सीटों पर मतदान हुआ, वे ज़िले हैं—वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर। चार्ट देखें—

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