बांदा में दुष्कर्म पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या की

बांदा जिले में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने बुधवार को अपने घर में फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पीड़िता जिसकी उम्र 17 वर्ष है, उससे 10 साल पूर्व सात साल की उम्र में दुष्कर्म किया गया था। दोषी युवक जिसको एक अदालत ने सात साल की सजा सुनाई थी, वह हाल ही में सजा काट कर जेल से रिहा हुआ है।
घटना पैलानी थाना क्षेत्र की है। थाना की खप्टिहा कला पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक (एसआई) दिनेश कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया, ‘‘जिले के एक गांव में 17 साल की एक लड़की ने अपने घर में रस्सी से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमॉर्टम बुधवार को कराने के बाद शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।’’
अधिकारी ने लड़की के पिता के हवाले से बताया कि 10 साल पूर्व गांव के ही एक युवक ने उनकी बेटी से दुष्कर्म किया था। मामले में अदालत ने आरोपी को सात साल की सजा सुनाई थी। दोषी हाल में सजा काटकर जेल से रिहा हुआ है और लड़की को फिर से तंग करने लगा था।
पीड़िता के पिता ने बताया कि दोषी युवक ने पुरानी घटना की चर्चा कर कई जगह से उसकी शादी तुड़वा दी थी। अधिकारी ने बताया कि मामले में जांच चल रही है।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की “भारत में अपराध 2019” रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 2014-2019 के बीच, महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 66 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह भारत में महिलाओं के खिलाफ कुल अपराधों का 15 प्रतिशत है. उत्तर प्रदेश, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण करने संबंधी अधिनियम (POCSO) के तहत नबलिगों के खिलाफ हिंसा के दर्ज मामलों (7,444) में देश में सबसे पहले पहले नंबर पर है I
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।