मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी, नामांकन प्रक्रिया शुरू

भोपाल: अगले महीने होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शनिवार, 21 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होने के साथ शुरू हो गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने यहां यह जानकारी दी। कार्यालय ने बताया कि अधिसूचना शनिवार सुबह जारी की गई।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को एक ही चरण में होंगे और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
#मध्यप्रदेश_विधानसभा_निर्वाचन_2023
𝟐𝟏 अक्टूबर - नाम निर्देशन जमा करने की प्रक्रिया प्रारंभ
𝟑𝟎 अक्टूबर - नामांकन की अंतिम तारीख
𝟑𝟏 अक्टूबर - नाम निर्देशन की संवीक्षा
𝟎𝟐 नवंबर - नामांकन वापिसी की अंतिम तारीख
𝟏𝟕 नवंबर - मतदान
𝟎𝟑 दिसंबर - मतगणना @rajivkumarec pic.twitter.com/57H7Gxlozv— CEOMPElections (@CEOMPElections) October 21, 2023
अधिकारियों ने बताया कि 230 सदस्यीय राज्य विधानसभा के चुनाव के लिए नामांकन 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक दाखिल किए जा सकते हैं, जबकि इनकी जांच 31 अक्टूबर को होगी। उन्होंने बताया कि उम्मीदवार दो नवंबर तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।
इस बार राज्य में 5.60 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं।
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि कुल 5,60,60,925 मतदाताओं में से 2,88,25,607 पुरुष और 2,72,33,945 महिलाएं हैं और 1,373 अन्य थर्ड जेंडर के हैं।
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में सेवारत मतदाताओं की कुल संख्या 75,303 है, जिनमें से 73,020 पुरुष और 2,284 महिलाएं हैं, जिससे कुल मतदाताओं की संख्या 5,61,36,229 हो गई है।
वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं की संख्या 6,53,640 है वहीं 'दिव्यांग' मतदाताओं की संख्या 5,05,146 है, जबकि 99 प्रवासी भारतीय मतदाता हैं।
सेवारत मतदाताओं सहित मतदाताओं की कुल संख्या 5,61,36,229 है, लेकिन राजनीतिक दलों का ध्यान वर्तमान में राज्य में रहने वाले लोगों पर है और चुनाव अधिकारियों के अनुसार यह आंकड़ा 5,60,60,925 है।
उन्होंने बताया कि नाम जोड़ने और हटाने के बाद कुल 16,83,790 मतदाता मतदाता सूची में जोड़े गए।
अधिकारियों ने कहा कि मतदाताओं का आयु के अनुसार विभाजन इस प्रकार है; 18-19 वर्ष (22,36,564), 20-29 वर्ष (1,41,76,780), 30-39 वर्ष(1,45,03,508), 40-49 वर्ष (1,06,97,673), 50-59 वर्ष (74,85,436), 60-69 वर्ष (43,45,064), 70-79 वर्ष (19,72,260), 80 वर्ष से अधिक (6,53,640), इस प्रकार मतदाताओं की कुल संख्या 5,60,60,925 है।
उन्होंने कहा कि सबसे कम 42 मतदाता बालाघाट जिले के सोनवानी वन ग्राम के बूथ क्रमांक 111 पर पंजीकृत हैं।
अधिकारियों ने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनावों में, रतलाम जिले के सैलाना निर्वाचन क्षेत्र में अधिकतम 89.13 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था, जबकि अलीराजपुर जिले के जोबट खंड में सबसे कम 52.84 प्रतिशत मतदान हुआ था।
अधिकारियों ने बताया कि सिवनी जिले की लखनादौन विधानसभा सीट में सबसे अधिक 407 मतदान केंद्र हैं, जबकि इंदौर-3 विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 193 मतदान केंद्र हैं।
कांग्रेस ने 229 सीट पर नामों की घोषणा की है, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अब तक 136 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और आम आदमी पार्टी (आप) भी चुनाव लड़ रही हैं।
2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय सदन में 114 सीट जीतीं, जबकि भाजपा को 109 सीट मिली थीं।
कांग्रेस ने सपा, बसपा और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से कमलनाथ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई थी, लेकिन कमलनाथ सरकार 15 महीने बाद उस समय गिर गई थी, जब कांग्रेस विधायकों का एक समूह, जिनमें से अधिकतर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार थे, छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए।
मार्च 2020 में भाजपा सत्ता में लौट आई और शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मुख्यमंत्री बने।
(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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