पुलिस और सेना के बीच संघर्ष के कारण हैती में अस्थिरता

हैती सरकार ने 23 फरवरी को पुलिस और सैन्य बलों के बीच खूनी गोलाबारी और 24 फरवरी को राजधानी पोर्ट-ए-प्रिंस में भारी विरोध प्रदर्शन के बाद 25 फरवरी से शुरू होने वाले एक स्थानीय कार्निवल को स्थगित करने का फैसला किया। सरकार ने इन घटनाओं को "एक युद्ध की स्थिति" के रूप में बताया और 'ब्लडी बाथ' से बचने के लिए कार्निवल समारोह को रद्द करने की घोषणा की।
24 फरवरी को पुलिसकर्मियों के एक समूह ने नागरिकों के रूप में कपड़े और हुड पहन कर बेहतर काम करने की स्थिति की मांग करते हुए राजधानी में सेना मुख्यालय पर हमला किया। जिसके बाद सेना और पुलिस के बिच यह टकराव छह घंटे से अधिक समय तक चला और राष्ट्रपति के महल के सामने स्थित केंद्रीय वर्ग चंप डी मार्स तक फैल गया। संघर्ष में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक पुलिसकर्मी और एक सैनिक शामिल थे, वहीं दर्जन भर लोग घायल भी हो गए। अगले दिन, पुलिस अधिकारियों ने राजधानी के विभिन्न हिस्सों में कई प्रदर्शन किए। उन्हें आम नागरिकों का समर्थन प्राप्त हुआ। दिन भर लगभग सभी सड़कें खाली रहीं, दुकानें बंद हो गईं और सार्वजनिक परिवहन पंगु हो गया। अभी भी शहर के मुख्य क्षेत्रों से बैरिकेड्स नहीं हटाए गए हैं।
साल की शुरुआत से ही पुलिस ने काम की परिस्थितियों में सुधार, हैरकी के खिलाफ अधिकारों के संरक्षण के लिए संघ निर्माण गांरटी की मांग करते हुए कई विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व किया है। अब तक सरकार ने इन मांगों की अनदेखी की है, जिसके कारण पुलिस अधिकारियों को ये कठोर कदम उठाने पड़े हैं। कल 25 फरवरी को सेना और पुलिस के कमांडरों ने देश की गंभीर सुरक्षा समस्याओं का समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्धता और अधिकारियों की मृत्यु पर खेद व्यक्त किया।
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