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चिलीः शिक्षकों ने COVID-19 महामारी के बीच स्कूलों को खोलने के आदेश को ख़ारिज किया

राष्ट्रीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष मारियो एगुइलर ने सरकार के इस फैसले को ख़ारिज कर दिया और कहा कि इससे लाखों छात्रों और हज़ारों शिक्षा और प्रशासनिक क्षेत्र से जुड़े कर्मचारियों के सेहत को ख़तरा है।
चिली

चिली में प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षकों के राष्ट्रीय संघ द कोलेजियो डे प्रोफेसोरेस डे चिली (सीपीसी) ने वैश्विक COVID-19 महामारी के बीच मई महीने में स्कूलों को फिर से शुरू करने को लेकर नवउदारवादी सरकार के 20 अप्रैल को किए गए फैसले को ख़ारिज कर दिया है।

गत रविवार 19 अप्रैल को राष्ट्रीय टेलीविजन नेटवर्क पर दक्षिणपंथी राष्ट्रपति सेबेस्टियन पिनेरा ने कोरोनावायरस महामारी के बीच सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए उपायों की घोषणा की। राष्ट्रपति ने सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों को इस सप्ताह से अपने काम पर लौटने का आदेश दिया। उन्होंने अगले सप्ताह से स्कूलों को फिर से खोलने की भी घोषणा की।

सीपीसी के अध्यक्ष मारियो एगुइलर ने इस फैसले को अस्वीकार कर दिया और कहा कि इससे लाखों छात्रों, शिक्षकों, शिक्षा और प्रशासनिक क्षेत्र के कर्मचारियों के सेहत को ख़तरा है।

एगुइलर ने कहा, "हम इस पर बहुत स्पष्ट होना चाहते हैं, हम अपनी रक्षा करने के लिए एकजुट होने जा रहे हैं। अगर बड़े पैमाने पर जारी संकट के बीच सामान्य तरीके से लौटने के लिए हमें मजबूर होना पड़ता है तो हम माता-पिता के साथ, छात्रों के साथ, शिक्षा से जुड़े अपने साथी सहायकों के साथ एकजुट होने जा रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि देश के बड़े आर्थिक समूहों के दबाव के कारण राष्ट्रपति द्वारा ये घोषणाएं की गई हैं।

उन्होंने आगे कहा, "हमारे लिए, पहली बात स्वास्थ्य की सुरक्षा है और हमारे लिए यह उचित नहीं लगता है क्योंकि इन उपायों के पीछे स्पष्ट रूप से बड़े व्यापारिक समूहों के आर्थिक मंशा का दबाव है जो देश में फिर से संचालन शुरू करना चाहते हैं।"

यूनियन लीडर के अनुसार, यह निर्णय विभिन्न शैक्षिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले 3,600,000 छात्रों, 200,000 शिक्षकों, 200,000 शिक्षा सहायकों और प्रशासनिक कर्मचारियों की एक बड़ी संख्या को ख़तरे में डालता है।

एगुइलर ने माता-पिता और छात्र प्रतिनिधियों से छात्रों को स्कूलों में नहीं भेजने का आह्वान तब तक के लिए किया है जब तक कि सरकार यह गारंटी नहीं देती कि कोरोनवायरस के फैलने का कोई ख़तरा नहीं है।

अब तक, चिली में COVID-19 के 10,507 मामले सामने आए हैं जबकि इसके संक्रमण से 139 लोगों की मौत हो गई है।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

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