बोलिवियाः लुइस एर्से ने राष्ट्रपति और डेविड चोकेहुआंसा ने उपराष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण किया

मूवमेंट टुवार्डस सोशलिज्म (एमएएस) के लुइस एर्से ने 8 नवंबर को बोलिविया के प्लुरिनेशनल स्टेट के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। इसी दिन डेविड चोकेहुआंसा ने इस लैटिन अमेरिकी देश के उपराष्ट्रपति के रूप में भी पदभार संभाला। इनके शपथ ने नवंबर 2019 के तख्तापलट के बाद लोकतंत्र की वापसी को प्रदर्शित किया।
राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले संबोधन में एर्से ने बोलिविया के पुनर्निर्माण और अर्थव्यवस्था को पुनःप्राप्त करने का वादा किया जिसे पिछले एक साल में डी-फैक्टो सरकार ने तबाह कर दिया है। एर्से ने आगे कहा, “डी-फैक्टो सरकार ने अर्थव्यवस्था को उन आंकड़ों तक पहुंचा दिया है, जिसे पिछली शताब्दी के अस्सी के दशक में यूडीपी (डेमोक्रेटिक एंड पॉपुलर यूनिटी) सरकार के अधीन सबसे बुरे संकटों में से एक में भी नहीं देखा गया था। बेरोज़गारी, ग़रीबी और असमानताएं बढ़ी हैं।" उन्होंने कहा, "आज हम सभी देशवासियों को उम्मीद का संदेश देने के लिए यहां है जो बोलिविया का निर्माण करते हैं और उन बहादुर महिलाओं और पुरुषों को संदेश देने के लिए यहां हैं जो इस कठिन परिस्थिति से पार पाने के लिए हर दिन लड़ने के लिए बाहर निकलते हैं।"
इस बीच, अपने शपथ ग्रहण संबोधन के दौरान चोकेहुआंसा ने "विभाजन, घृणा, नस्लवाद, देशवासियों के बीच भेदभाव को दूर करने, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का और अधिक उत्पीड़न न करने और ज्यूजिसियलाइजेशन ऑफ पॉलिटिक्स" न करने की बात कही।
दुनिया भर के राजनीतिक और सामाजिक नेताओं ने एर्से और चोकेहुआंसा को बधाई दी।
पिछले साल हिंसक दक्षिणपंथी तख्तापलट के दौरान हटाए गए पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस ने भी देश के नए नेताओं को बधाई दी। एक ट्वीट में मोरालेस ने लिखा, “हमारे राष्ट्रपति लुइस एर्से और उपराष्ट्रपति डेविड चोकेहुआंसा को बहुत-बहुत बधाई। लोगों के साथ मिलकर, हम सरकार, हमारी परिवर्तन प्रक्रिया का ध्यान रखेंगे, हम एकता के लिए काम करेंगे और हम भविष्य की पीढ़ियों के लिए आर्थिक संकट से उभरेंगे। बोलिविया ज़िंदाबाद ! ”
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और बोलिवियन अलायंस फॉर द पीपल्स ऑफ आवर अमेरिका- पीपल्स ट्रेड ट्रीटी (एएलबीए-टीसीपी) के सदस्यों ने भी बोलिविया के लोगों और नए नेताओं को बधाई दी।
एर्से और चोकेहुआंसा का औपचारिक कार्यक्रम प्लुरिनेशनल लेजिस्लेटिव एसेंबली के मुख्यालय में आयोजित किया गया था और इसमें दुनिया भर के क़रीब 40 देशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए थे।
औपचारिक कार्यक्रम से पहले देश भर से सोशल मूवमेंट्स और ट्रेड यूनियनों के सैकड़ों सदस्य राजधानी ला पाज़ में इस जीत और लोकतंत्र की वापसी का जश्न मनाने के लिए आए थे। औपचारिक शपथ ग्रहण समारोह से पहले विभिन्न स्वदेशी संगठनों के प्रतिनिधियों ने पारंपरिक समारोह आयोजित किए।
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