15 साल बाद भी सिसक रही है गुलबर्ग सोसाइटी
इस नरंसहार में करीब 69 लोग मारे गए, लेकिन गुलबर्ग वासी आज भी उस दिन को याद कर सिसक उठते हैं।
28 फरवरी 2008 को अहमदाबाद की गुलबर्ग सोसाइटी में हुए नरसंहार को 15 साल बीत चुके हैं। मगर इन सालों में गुजरात सरकार ने कभी सोसाइटी वासियों की तरफ मुड़ कर नहीं देखा। सोसाइटी के अधिकांश घरों को जलाया गया था, और कम से कम 35 लोगों को, जिसमें पूर्व कांग्रेस के संसद सदस्य एहसान जाफरी भी शामिल थे। इस नरंसहार में करीब 69 लोग मारे गए, लेकिन गुलबर्ग वासी आज भी उस दिन को याद कर सिसक उठते हैं।
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