पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव: वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन में 294 सीटों में से 193 सीटों पर समझौता

कोलकाता, जनवरी 28: पश्चिम बंगाल वाममोर्चा और कांग्रेस पार्टी की एक संयुक्त बैठक बृहस्पतिवार की सुबह विधान भवन स्थित कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में हुई। बैठक के बाद आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों पार्टियों के नेताओं ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों के पहले दोनों पार्टियों के बीच सीटों के तालमेल को लेकर सद्भावनापूर्ण बातचीत की प्रक्रिया अगले चरण में पहुंच गई है।
इन नेताओं ने बताया कि दोनों दलों के बीच इस आशय की सहमति बनी है कि 77 सीटों को वहां से विजयी रहीं पार्टियों के हिस्से ही छोड़ दिया जाए। इसके बाद, आज सुबह सभी अन्य 116 सीटों की बाबत फैसला लिया गया। इनमें 68 सीटों पर वाममोर्चा के और 48 सीटों पर राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे।
वामदल और कांग्रेस के नेताओं ने बताया कि अब तक कुल 294 विधानसभा सीटों में से 193 पर तालमेल हो गया है।
विधानसभा चुनाव इस साल के अप्रैल या मई में होने वाले हैं। इन नेताओं ने बताया कि विधानसभा की 116 ऐसी सीटों की पहचान की गई है, जहां वाममोर्चा और कांग्रेस के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे थे। यह भी तय किया गया है कि बातचीत के दूसरे चरण में, उन सीटों पर चर्चा की जाएगी, जिन्हें सहमति के मार्ग में अवरोधक माना जा रहा है और जिन सीटों पर पिछले चुनाव में वाममोर्चा-कांग्रेस के बीच दोस्ताना भिड़ंत हुई थी।
पश्चिम बंगाल वाममोर्चा के अध्यक्ष विमान बसु, सीपीआई (एम) के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा, आरएसपी के राज्य सचिव विश्वनाथ चौधरी, सीपीआई के राज्य सचिव स्वप्न बनर्जी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं लोक सभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, सांसद प्रदीप भट्टाचार्य, मनोज चक्रवर्ती और नेपाल महतो ने भी चर्चा में भाग लिया।
ब्रिगेड रैली में आमंत्रित होंगे सीताराम येचुरी और राहुल गांधी
इन नेताओं ने कहा कि सीटों पर तालमेल को लेकर होने वाली बातचीत फरवरी के पहले सप्ताह तक पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा उनकी पहली दुश्मन पार्टी होगी, लेकिन भाजपा को हराकर तृणमूल कांग्रेस की पराजय भी सुनिश्चित की जाएगी।
बसु ने बताया कि “जन विरोधी” भाजपा और टीएमसी को चुनाव में हराने के लिए हरेक को इसमें शामिल करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक विशाल रैली होगी। इस रैली में भाग लेने के लिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी को भी आमंत्रित किया जाएगा।
प्रेस से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि भाजपा का कमल और तृणमूल कांग्रेस की दो पत्तियां एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं और इन दोनों को हराना वाममोर्चा-कांग्रेस के चुनावी गठबंधन का पहला लक्ष्य होगा।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सीपीआई (एम) का प.बंगाल में सरकार चलाने का एक लंबा अनुभव रहा है और उसी तरह, कांग्रेस का भी केंद्र की सत्ता रहने का लंबा रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि ये दोनों अनुभव राज्य की जनता की भलाई में काम आएंगे।
सांप्रदायिक उन्माद बढ़ा सकती है भाजपा की रथ यात्रा
वाम मोर्चा के अध्यक्ष विमान बसु और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा की प्रस्तावित रथयात्रा को आड़े हाथों लिया। बसु ने भाजपा को धर्म का “सौदागर” बताया जबकि अधीर रंजन ने प्रदेश की ममता बनर्जी सरकार से अनुरोध किया कि वह भाजपा की रथयात्रा न होने दे और इस पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाए क्योंकि यह राज्य में दंगा भड़काने की उसकी एक चाल है।
बाद में संवाददाताओं के सवालों के जवाब देते हुए अधीर रंजन ने यह भी आरोप लगाया की 26 जनवरी को दिल्ली में हुई घटनाएं दिल्ली पुलिस की तरफ से “जानबूझकर की गई खुफ़िया विफलता” है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मसले पर अपनी राजनीति करना चाहती थी और पूछा कि गणतंत्र दिवस के मौके पर जब पूरी राष्ट्रीय राजधानी में सामान्यत: “हाई अलर्ट” होता है, इसके बावजूद इस तरह के उपद्रव कैसे हुए?
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West Bengal Polls: Left-Congress Alliance in Agreement over 193 out of 294 Seats
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