किसने फैलाई नफरत, किसने छुपाई खबरें,गवर्नर तक ने माना,ऐसी हिंसा नहीं देखी
पहले से अशांत मणिपुर में महा-उपद्रव की शुरुआत 3 मई को हुई. 4 मई को वह घटना हुई, जिसका वीडियो अब आया है और जिसके दबाव में प्रधानमंत्री मोदी को पहली बार मणिपुर पर मुँह खोलने को मजबूर होना पड़ा. लेकिन मई से जून-जुलाई के बीच दो महिलाओं के साथ भयानक अत्याचार की घटना और ऐसी अन्य घटनाओं की जानकारी मणिपुर सरकार के बड़े ओहदेदारों से लेकर देश के महिला आयोग तक को मिली थी. फिर राज्य और केंद्र की सरकार लंबे समय तक ख़ामोश क्यों रही? ‘बड़ा मीडिया’ दूसरी कहानियाँ कहता रहा और सोशल मीडिया इंटरनेट शटडाउन के चलते ज़्यादा कुछ नहीं बता सका. राज्य की गवर्नर तक ने अब मान लिया कि ऐसी हिंसा कभी नहीं देखी. फिर पीएम से भाजपा के बड़े नेता तक इसे रोज़मर्रे की हिंसक घटना जैसा क्यों मान रहे हैं! #NewsManthan में वरिष्ठ पत्रकार Urmilesh बता रहे हैं-कौन हैं मणिपुर के असल गुनहगार?
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