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जयपुर नगर निगम ने दफ्तर में राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत को अनिवार्य किया

गौर करने वाली बात ये है कि बीजेपी सरकारें जो वन्दे मातरम गाने को राष्ट्रवादी होने का पैनामाना बना रही है  ,उनके खुदके नेता ये गीत नहीं गा पाते
जयपुर नगर निगम में राष्ट्र गीत अनिवार्य

जयपुर नगर निगम ने अपने स्टाफ के लिए सुबह राष्ट्रगान और श्याम को राष्ट्र गीत गाना अनिवार्य कर दिया है . जयपुर के मेयर अशोक लाहोटी का कहना है कि जो भी इस निर्णय को नहीं मानेगा उसे “पाकिस्तान चले जाना चाहिए ’’. ये निर्णय लाहोटी और जयपुर नगर निगम के कमिशनर रवि जैन के द्वारा लिया गया है, सोमवार को ये आदेश लिखित में जारी किया गया .जयपुर नगर निगम का कहना है कि ये निर्णय स्टाफ में देश भक्ति की भावना जगाने , उनमें अनुशासन लाने और दफ्तर में सकारात्मकता बढ़ाने के लिए लिया गया है  .

अशोक लाहौटी का कहना है कि देशभक्ति की भावना जगाने के अलावा ये “वर्क कल्चर” को भी बहतर करेगा क्यूंकि ये सुनिश्चित करेगा कि हर कोई सकारात्मकता के साथ काम करे .ये निर्णय लोगों में एकता का भाव पैदा करेगा और अनुशासन लाएगा , साथ ही इसका एक मकसद ये भी है कि इससे लोग समय पर दफ्तर आएंगे .साथ ही उनका कहना था कि ये कोई धार्मिक मंत्र नहीं है जिसे सबको जपने को कहा गया हो,अगर कोई इसके खिलाफ है , तो उनपर कोई रोक नहीं है , पर उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए .

कांग्रेस की राज्य ऊप सचिव अर्चना शर्मा का इसपर कहना था कि जब मंगलवार  को राष्ट्रगान शुरू हुआ तो हमारी पार्टी के लोग भी वहां मौजूद थे . हमनें इसका विरोध नहीं किया फिर भी मेयर ने कहा कि जो भी इसका विरोध करते हैं उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए . इस बात से ये साफ़ हो जाता है कि उनकों भी बीजेपी के उन नेताओं की सूची में शामिल होना है जो अपना राष्ट्रवाद दिखाने की होड में हैं .

माकपा की जयपुर सचिव सुमित्रा चोपड़ा ने न्यूज़क्लिक से बात करते हुए कहा कि “नगर निगम अपना काम तो ठीक से कर नहीं रहा है राष्ट्रवाद का ढकोसला कर रहा है ’’ . उन्होंने आगे कहा कि “ जयपुर की बस्तियों में पानी ढंग से नहीं आता , कूड़े का ढेर बढ़ता रहता है और इसपर पार्षद कुछ नहीं करते . साथ ही सफाई कर्मचारियों को निगम ने ठेके पर रखा है जिसकी वजह से उनकी कोई जॉब सिक्योरिटी नहीं है और उन्हें न्यूनतम वेतन भी नहीं मिलता .राष्ट्रवाद की भावना उनके काम में दिखनी चाहिए ”

इस पर नेशनल फेडरेशन ऑफ़ इंडियन वुमेन की राजस्थान महासचिव निशा सिधु का कहना है कि “ इस तरह किसी को राष्ट्र गान गाने के लिए बाध्य करना संविधान के मौलिक अधिकारों का उलंघन है. ये सही है की राष्ट्र गान को गाने के कुछ तरीके हैं पर इन्हें किसी पर ज़बरदस्ती नहीं थोपा जा सकता ’’

गौर करने वाली बात ये है कि बीजेपी सरकारें जो  वन्दे मातरम गाने को राष्ट्रवादी होने का पैनामाना बना रही है  ,उनके खुदके नेता ये गीत नहीं गा पाते . हाल में एक चैनल पर बीजेपी नेता से जब वन्दे मातरम गाने को कहा गया तो वो अपना मोबाइल देखकर भी राष्ट्र गान ठीक ढंगसे नहीं गा पाए . बीजेपी प्रवक्ता का ये विडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है . इससे पहले भी यूपी  सरकार के एक मंत्री एक न्यूज़ डिबेट में वन्दे मातरम नहीं गा पाए थे . उनका विडियो भी सोशल मीडिया पर काफ़ी ट्रोल किया गया था .

video courtesy- Zee slaam 

 

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