आज़ादी का संघर्ष : आदिवासी इतिहास में अपना हिस्सा मांग रहे हैं
आदिवासियों के संघर्षों को भारत की आज़ादी की लड़ाई से अलग नहीं किया जा सकता. इतिहासकार जितेंद्र मीना अपनी किताब ‘भारत निर्माण में आदिवासी’ में जिक्र कर रहे है कि किस तरह संसाधनों से ही नहीं, आदिवासियों को उनकी स्मृतियों से भी भुला दिया गया है.
आदिवासियों के संघर्षों को भारत की आज़ादी की लड़ाई से अलग नहीं किया जा सकता. इतिहासकार जितेंद्र मीना अपनी किताब ‘भारत निर्माण में आदिवासी’ में जिक्र कर रहे है कि किस तरह संसाधनों से ही नहीं, आदिवासियों को उनकी स्मृतियों से भी भुला दिया गया है.
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