मध्यप्रदेश: महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध का लगातार बढ़ता ग्राफ़, बीस दिन में बलात्कार की पांच घटनाएं!

मध्यप्रदेश से एक बार फिर महिलाओं के खिलाफ अपराध की शर्मनाक घटनाएं सामने आई हैं। बैतूल में 14 साल की एक दलित नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और फिर उसे जिंदा दफनाने की कोशिश की गई। तो वहीं इंदौर के एक अन्य मामले में छात्रा को दुष्कर्म के बाद बोरे में बांधकर पटरियों पर फेंक दिया गया।
आपको बता दें कि शिवराज सरकार के नारी सम्मान के दावों के बीच राज्य में बीते 20 दिनों में अब तक पांच ऐसी बर्बर घटनाएं हो चुकी हैं। जिसने न सिर्फ सरकार बल्कि प्रशासन और कानून व्यवस्था पर भी कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह घटना बैतूल ज़िले के सारणी थाना क्षेत्र के अंतर्गत घोड़ाडोंगरी इलाके की है। नाबालिग लड़की शाम को अपने खेत में पंप चालू करने गई थी। पड़ोसी खेत के मालिक ने बालिका को अकेले देखा तो उसे बहला फुसलाकर अपना खेत घुमाने ले गया और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार परिजनों को एक नाले के पास बच्ची के कराहने की आवाज सुनाई दी। आरोपी ने उसे ज़िंदा पत्थर और कांटों के बीच दफन कर दिया था। घायल बच्ची को पहले घोड़ाडोंगरी अस्पताल ले जाया गया था उसके बाद उसे बैतूल रेफर कर दिया गया।
पत्थर और कांटों के बीच ज़िंदा दफ़नाने की कोशिश
सारणी थाना प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि पीड़िता शाम करीब 5 बजे बाहर गई थी। जब कुछ घंटों के बाद वह वापस नहीं लौटी तो उसके परिवार ने उसकी तलाश शुरू कर दी। आरोपी ने उसे नाले में फेंक दिया था और उसे पत्थर से दबा दिया था। उससे पहले उसने पीड़िता के जबड़े पर वार किया था। 35 साल के आरोपी को आईपीसी और पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए नागपुर रेफर कर दिया गया है।
इंदौर: छात्रा को रेप के बाद बोरे में बांधकर पटरियों पर फेंका
दूसरी घटना इंदौर के भागरीथपुरा इलाके में स्थित रेलवे ट्रैक के पास की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंगलवार, 19 जनवरी रात करीब नौ बजे यहां 18 वर्षीय एक युवती के साथ पांच लोगों ने गैंगरेप किया और फिर जिंदा जलाने की कोशिश की।
युवती ने पुलिस को बताया कि वह पाटनीपुरा क्षेत्र में कोचिंग में पढ़ने जाती है। मंगलवार की शाम को कोचिंग से लौटते समय उसे एक आरोपी मिला। उसके साथ एक युवक और था। युवती का आरोप है कि दोनों ने बातों-बातों में उसे कुछ सुंघाया और बाइक पर बैठाकर किसी फ्लैट में ले गए जहां पहले से कुछ लोग मौजूद थे। सबने उसके साथ रेप किया। बाद में जब उसने पुलिस को बताने की धमकी दी तो उस पर चाकू से हमला किया और बोरे में बंद करके उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया।
एडीशनल एसपी शशिकांत कनकने ने बताया कि आरोपियों के मौके से भागने के बाद युवती चिल्लाई और लोगों की मदद से जैसे-तैसे बोरे से बाहर आई। बाद में लोगों ने उसे एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
सुभाषगंज: नाबालिग लड़की से 9 आरोपियों ने 24 घंटे में 3 बार किया गैंगरेप
इससे पहले 11 जनवरी को उमरिया कोतवाली थाना क्षेत्र के सुभाषगंज में किराए के मकान में रह रही एक नाबालिग लड़की का कुछ अज्ञात लोगों ने बाजार से अपहरण कर लिया था। ये आरोपी 14 साल की मासूम को बाजार से बहला फुसला कर अपने साथ ले गये थे। फिर जिला मुख्यालय स्थित एक ढाबे में हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद भी उनकी हैवानियत नहीं रुकी और पीड़िता को दूसरे युवकों को सौंप दिया। फिर ये आरोपी अलग-अलग जगहों और सुनसान इलाकों में उसे अपनी हवस का बनाते रहे।
खंडवा: नाबालिग की बलात्कार के बाद हत्या
11 जनवरी को ही खंडवा जिले में कथित तौर पर एक दुकानदार ने 14 साल की नाबालिग से बलात्कार किया जिसके बाद उसका शव उसी की दुकान की छत पर मिला। वारदात के बाद से ही आरोपी दुकानदार लापता था।
खबरों के मुताबिक 11 जनवरी की दोपहर में किशोरी किराने की दुकान पर बिस्किट खरीदने गई थी। लड़की का शव दुकान की छत पर संदिग्ध हालत में एक कोने में पड़ा हुआ था। आरोपी दुकान के पास ही किराए के घर में अपनी पत्नी के साथ रहता था और हत्या में पत्नी ने भी साथ दिया।
सागर: लड़की के साथ गैंगरेप कर उसका वीडियो बनाया
एमपी के सागर कैंट इलाके में एक युवती अपने जीजा के साथ नए साल पर घूमने निकली थी। तभी कुछ बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। पहले जीजा के साथ मारपीट और लूटपाट की, फिर लड़की के साथ गैंगरेप कर उसका वीडियो बनाया। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
नाबालिग़ दलित बलात्कार के मामलों में मध्यप्रदेश सबसे आगे
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश बलात्कार के मामलों में बीते कई सालों से देश के अव्वल राज्यों में बना रहा है, वहीं नाबालिग़ दलित लड़कियों के मामलों में भी इसका स्थान पहला है। ऐसे में सीएम शिवराज और उनकी कानून व्यवस्था पर सवाल उठना लाज़मी है।
एनसीआरबी यानी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की “भारत में अपराध -2019" रिपोर्ट बताती है कि दलित बच्चियों से रेप, छेड़छाड़ के मामले में मध्य प्रदेश देश में पहले नंबर पर है। इस साल राज्य में दलित बच्चियों के साथ रेप की 214 घटनाएं दर्ज हुई हैँ।
वहीं एनसीआरबी के अनुसार वर्ष 2018 के आकड़ों के मुताबिक़ प्रदेश में बलात्कार के 6,480 मामले दर्ज हुए थे जिनमें से 3,887 नाबालिग़ लड़कियों के थे। इनमें से छह साल से कम उम्र की 54 बच्चियां, छह से 12 साल की 142 बच्चियां, 12 से 16 साल की उम्र की 1,143 बालिकाएं और 16 से 18 साल की 1,502 लड़कियां शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में देशभर में बलात्कार के मामलों में मध्य प्रदेश सबसे आगे रहा। इसके बाद राजस्थान 4,335 घटनाओं के साथ दूसरे और उत्तर प्रदेश इस तरह की 3,946 घृणित घटनाओं के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
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