कर्नाटक में हमारी जीत और प्रधानमंत्री की हार हुई है: कांग्रेस

कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के अब तक के रुझानों में निर्णायक बढ़त हासिल करने के बाद शनिवार को कहा कि राज्य में उसकी जीत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार हुई है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने चुनाव अभियान को प्रधानमंत्री मोदी पर जनमत संग्रह के रूप में तब्दील कर दिया था, लेकिन उसके इस प्रयास को जनता ने ठुकरा दिया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक में यह तय हो गया है कि कांग्रेस की जीत और प्रधानमंत्री की हार हुई है। भाजपा ने अपने चुनाव प्रचार को प्रधानमंत्री पर जनमत संग्रह का रूप दे दिया था और राज्य को उनका ‘आशीर्वाद’ मिलने पर केंद्रित कर दिया था। इसे जनता ने खारिज कर दिया है।’’
‘‘प्रधानमंत्री ने विभाजन पैदा करने और ध्रुवीकरण का प्रयास किया"
उनका कहना था, ‘‘कांग्रेस पार्टी यह चुनाव लोगों की जीविका, खाद्य सुरक्षा, महंगाई, किसानों की समस्या, बिजली आपूर्ति, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर लड़ी थी।’’ रमेश ने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने विभाजन पैदा करने और ध्रुवीकरण का प्रयास किया। कर्नाटक में वोट बेंगलुरु में एक ऐसे ‘इंजन’ के लिए दिया गया है, जो सामाजिक सद्भाव के साथ आर्थिक विकास कर सके।’’
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस शनिवार को जारी मतगणना के रुझानों के अनुसार 113 के जादुई आंकड़े को पार करते हुए राज्य में अपने दम पर सरकार बनाती और दक्षिण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एकमात्र गढ़ कर्नाटक में सेंध लगाने की राह पर दिख रही है।
उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने शनिवार को कहा कि पार्टी 224-सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में 120 से अधिक सीट जीतकर अपने दम पर सत्ता में आएगी।
उन्होंने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं के चुनावी दौरों का राज्य के मतदाताओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
सिद्धरमैया की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मतों की गिनती जारी है और कांग्रेस ने भाजपा पर बढ़त बना रखी है।
मोदी, शाह और नड्डा के दौरों का मतदाताओं पर असर नहीं
सिद्धरमैया ने कहा कि मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के दौरों का कर्नाटक के मतदाताओं पर कोई असर नहीं पड़ा है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी 120 से अधिक सीट हासिल करके जीतेगी। यह अभी शुरुआती चरण है। मतगणना के और दौर पूरे होने बाकी हैं। इसलिए कांग्रेस अपने दम पर 120 से अधिक सीट हासिल कर सत्ता में आएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहता रहा हूं कि नरेंद्र मोदी या अमित शाह या जे पी नड्डा चाहें जितनी बार राज्य में आएं, लेकिन इसका कर्नाटक के मतदाताओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि लोग भाजपा, उसके भ्रष्टाचार, कुशासन और उसकी जनविरोधी राजनीति से तंग आ चुके हैं।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा से लोग खुश नहीं थे, क्योंकि उसने विकास का कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘लोग बदलाव चाहते हैं और उन्होंने उसी के अनुसार अपना फैसला सुनाया है।’’
सिद्धरमैया मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में से एक हैं। कांग्रेस ने उन्हें वरुणा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था।
उन्होंने कहा कि में वह लगभग तीन राउंड के बाद 8,000 वोटों से आगे चल रहे हैं और इससे भी बड़े अंतर से जीतेंगे। वरुणा सीट पर सिद्धरमैया का मुकाबला भाजपा के नेता वी सोमन्ना से है।
सिद्धरमैया ने दावा किया कि सोमन्ना वरुणा के साथ चामराजनगर से भी हारेंगे। सोमन्ना चामराजनगर से भी भाजपा के उम्मीदवार हैं।
(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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