कोरोनावायरस : महामारी घोषित

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नए कोरोनोवायरस (कोविड-19) को महामारी घोषित कर दिया है। भारत ने कोरोनावायरस को लेकर नए निर्देश जारी कर दिए हैं। जारी आदेश के मुताबिक 13 मार्च को शाम 5.30 बजे (12 जीएमटी) से अगले 35 दिन के लिए दुनिया के किसी भी देश के हर व्यक्ति के वीजा रद्द कर दिए गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब कोरोना वायरस को पैनडेमिक यानी महामारी घोषित कर दिया है।अब से पहले डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस को महामारी नहीं कहा था।महामारी उस बीमारी को कहा जाता है जो एक ही समय दुनिया के अलग-अलग देशों में लोगों में फैल रही हो।
ये परिभाषा सिर्फ़ उस संक्रमणकारी बीमारियों के लिए इस्तेमाल की जाती है जो बेहद तेज़ी से कई देशों में एक साथ लोगों के बीच संपर्क से फैलती है। इससे पहले साल 2009 में स्वाइन फ्लू को महामारी घोषित किया गया था। विशेषज्ञों के मुताबिक स्वाइन फ्लू की वजह से कई लाख लोग मारे गए थे।
महामारी होने की अधिक संभावना तब होती है जब वायरस बिलकुल नया हो, आसानी से लोगों में संक्रमित हो रहा हो और लोगों के बीच संपर्क से प्रभावी और निरंतरता से फैल रहा हो। कोरोना वायरस इन सभी पैमानों को पूरा करता है। अभी तक कोरोना वायरस का कोई इलाज या टीका नहीं है।
वायरस के विस्तार को रोकना ही सबसे अहम है। डब्ल्यूएचओ के अध्यक्ष डॉ. टेडरोज़ आध्यनोम गेब्रेयसोस ने कहा है कि वो अब कोरोना वायरस के लिए महामारी शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि वायरस को लेकर निष्क्रियता चिंताजनक है।
भारत द्वारा डिप्लोमैटिक और एम्प्लॉयमेंट वीजा को छूट दी गई है। सरकार ने साफतौर पर कहा है कि अगर जरूरी न हो तो भारतीयों को विदेशों में जाने से बचना चाहिए। भारत में रह रहे सभी विदेशियों के वीजा वैध बने रहेंगे।
भारत में कोरोना के 69 मामले हो गए। सबसे ज्यादा जयपुर में 18, इसके बाद केरल में 14, महाराष्ट्र में 11 और उत्तर प्रदेश में 9 मामले सामने आए हैं। केंद्र सरकार के दफ्तरों में 31 मार्च तक बायोमीट्रिक अटेंडेंस पर रोक लगा दी गई है। देश के 30 एयरपोर्ट्स पर विदेश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
कोरोनावायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने महामारी घोषित कर दिया है। संगठन ने कहा कि समाज और अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए हम कई सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। चीन, इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से 15 फरवरी के बाद आने वाले यात्रियों को कम से कम 14 दिन आइसोलेशन में रखा जाएगा।
भारत सरकार ने कहा है कि अब तक कोरोनावायरस प्रभावित देशों से 948 यात्रियों को निकाला गया है। इनमें से 900 भारतीय हैं, जबकि 48 दूसरे देशों के नागरिक हैं। इन देशों में मालदीव, म्यांमार, बांग्लादेश, चीन, अमेरिका, मैडागास्कर, श्रीलंका, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू शामिल हैं।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)
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