गर्भपात बिल पर वोट के दौरान अर्जेंटीना की महिलाएं कांग्रेस से बाहर करेंगी प्रदर्शन

10 और 11 दिसंबर को अर्जेंटीना की नेशनल कांग्रेस के चैंबर ऑफ डिप्युटीज वॉल्यूंट्री टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (आईवीई) बिल पर चर्चा करेंगे और उस पर वोट करेंगे। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ने 17 नवंबर को विचार करने के लिए उक्त बिल कांग्रेस को भेजा था। संसद के निचले सदन ने 1 दिसंबर को इस पर चर्चा शुरू की थी। तब से नारीवादी, महिलाएं, लड़कियां, किशोरी और अन्य गर्भवती महिलाएं सांसद सदस्यों से इस बिल के पक्ष में मतदान करने के लिए देश भर में इकट्ठा होती रही हैं। ये बिल अर्जेंटीना में गर्भपात को वैध बनाता है।
नेशनल कैंपेन फॉर द राइट टू लीगल, सेफ एंड फ्री अबोर्शन ने 10 और 11 दिसंबर को इकट्ठा होने का आह्वान किया है और राजधानी ब्यूनस आयर्स में राष्ट्रीय कांग्रेस के आसपास और देश के विभिन्न शहरों में प्लाजा में प्रदर्शन किया है। नेशनल कैंपेन महिलाओं के सबसे महत्वपूर्ण संगठनों में से एक है। ये दशकों से उनके शरीर और उनके जीवन में स्वायत्तता के अधिकार के लिए महिलाओं के संघर्ष का नेतृत्व करता रहा है।
9 दिसंबर को इस संगठन ने मौलिक अधिकार के लिए अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए "tuitazo" (ट्विटर पर एक अभियान) चलाने का आह्वान किया था और सोशल नेटवर्क #AbortoLegal2020 या # lLegalAbortion2020 से भर गया। अगले दो दिनों के लिए, नेशनल कैंपेन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे कांग्रेस में बहस शुरू होने के बाद से 10 दिसंबर को सुबह 10 बजे से नेशनल कांग्रेस के बाहर या अन्य शहरों में सेंट्रल प्लाजा पर इकट्ठा हों और 11 दिसंबर तक जब इस बिल पर वोट किया जाएगा तब तक इस प्रदर्शन में शामिल हों।
जून 2018 में राष्ट्रपति मौरिसियो मैक्री की दक्षिणपंथी सरकार के कार्यकाल में अर्जेंटीना में कांग्रेस के बाहर बड़े पैमाने पर लोग इकट्ठा हुए थे। इस दौरान आईवीई बिल पर बहस हो रही थी। उस समय चैंबर ऑफ डिप्युटीज ने इस बिल को मंजूरी दी थी। हालांकि, अगस्त 2018 में सीनेट ने इसे खारिज कर दिया।
इस वर्ष फ्रेंते डी टोडोस की प्रगतिशील सरकार के दौरान नारीवादी आंदोलन गर्भपात के अधिकारों को प्राप्त करने के बारे में आशान्वित हैं।
पिछले हफ्ते 4 दिसंबर को आईवीई बिल के समर्थन में हज़ारों महिलाएं, नारीवादी कार्यकर्ता और एलजीबीटीक्यू समुदाय के सदस्य अर्जेंटीना भर में इकट्ठा हुए और लीगल अबोर्शन के लिए नारीवादी संघर्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले हरे रंग के स्कार्फ के साथ मार्च निकाला था।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।