लद्दाख: सोनम वांगचुक की गिरफ़्तारी और हिंसा के बाद क्या हैं हालात?
पिछले कई वर्षों से लद्दाख के लोग राज्य का दर्जा (Statehood) और छठी अनुसूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन 24–25 सितंबर को जारी भूख हड़ताल के दौरान हालात अचानक बिगड़ गए — झड़पें हुईं, हिंसा फैली, जिसमें कम से कम 4 लोगों की मौत और दर्जनों लोग घायल हुए। इसके बाद आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सोनम वांगचुक को गंभीर धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया और क्षेत्र में कर्फ़्यू लागू कर दिया गया। यह पूरा आंदोलन लेह एपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के नेतृत्व में चल रहा है।
आख़िर लद्दाख में मौजूदा हालात क्या हैं? हिंसा के पीछे कौन-सी वजहें रहीं? क्या आंदोलन वाक़ई देश-विरोधी ताक़तों के प्रभाव में था, या जनता की असली आवाज़ को दबाया जा रहा है? इन सभी सवालों पर लेह एपेक्स बॉडी के सदस्य और आंदोलन के शुरुआती दौर से जुड़े Ghulam Mehdi Shah ने Newsclick से विस्तार से बातचीत की।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।