केंद्र सरकार द्वारा धूम-धाम से लाई गई अग्निपथ स्कीम शायद देश के युवाओं के गले नहीं उतर रही है। अग्निपथ के खिलाफ बिहार में शुरू हुई प्रदर्शनों की आग अब कई राज्यों तक फैल चुकी है। लगातार तीसरे दिन भी कई जगह आगजनी, ट्रेनों में तोड़फोड़ और हिंसा देखने को मिली। अग्निपथ स्कीम विरोध से जुड़े हर अपडेट के लिए बने रहें हमारे लाइवब्लॉग के साथ:
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झाररखंड : अग्निपथ योजना के विरोध में सेना के उम्मीदवारों ने रेलवे ट्रैक पर पुशअप किए
धनबाद/एएनआई: अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में सेना के उम्मीदवारों ने शुक्रवार को धनबाद में एक रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध करने के लिए वहीं पुशअप शुरू कर दिए। (एएनआई फोटो)
महागठबंधन का 18 जून को बिहार बंद का ऐलान
महागठबंधन में शामिल सभी पार्टियों–जिनमें भाकपा माले, भाकपा, राजद और सीपीआई शामिल हैं–ने बिहार बंद को अपना समर्थन दिया है। महागठबंधन ने कहा कि सरकार की अग्निपथ योजना न केवल युवा उम्मीदों के साथ क्रूर मज़ाक है बल्कि देश की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है।
दिल्ली में ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शन, कुछ मेट्रो स्टेशनों के द्वार बंद
नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) सशस्त्र बलों में भर्ती की केंद्र की नयी योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली के कुछ मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार शुक्रवार को बंद कर दिए गए। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने यह जानकारी दी।
डीएमआरसी ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए यात्रियों को ''सुरक्षा कारणों'' से स्टेशनों के द्वार बंद होने के बारे में जानकारी दी।
आइसा के सदस्यों ने ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ पुलिस के रवैये के खिलाफ भी प्रदर्शन किया।
डीएमआरसी ने ट्वीट कर ताजा जानकारी दी कि ''सुरक्षा कारणों'' के चलते शुरुआत में आईटीओ मेट्रो स्टेशन और ढांसा बस स्टैंड मेट्रो स्टेशन के कुछ दरवाजे बंद किये गए। बाद में ढांसा बस स्टैंड के सभी द्वार कुछ देर के लिये बंद कर दिये गए।
इससे पहले, डीएमआरसी ने दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर ट्वीट किया, ‘‘ आईटीओ मेट्रो स्टेशन के सभी द्वार बंद हैं।’’
डीएमआरसी ने कहा कि दिल्ली गेट और जामा मस्जिद सहित कुछ अन्य मेट्रो स्टेशन के प्रवेश एवं निकास द्वार भी कुछ समय के लिए बंद किए गए।
सरकार ने मंगलवार को अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। सरकार ने कहा था कि साढ़े 17 से 21 वर्ष के युवाओं को चार साल के लिये थल, वायु और नौसेना में भर्ती किया जाएगा और चार साल के बाद उनमें से 25 प्रतिशत को नियमित सेवाएं देने का अवसर दिया जाएगा।
बृहस्पतिवार को सरकार ने योजना के लिये ऊपरी आयु सीमा को 2022 के लिये 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष करने की घोषणा की, लेकिन योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
प्रदर्शनकारी हाथ में तख्ती लिए नजर आए, जिस पर ‘‘ सशस्त्र बलों में रिक्त सभी पदों पर तत्काल स्थायी आधार पर भर्ती हो’’, ‘‘ अग्निपथ योजना वापस लें’’ और ‘‘ (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी सरकार जाग जाओ’’ लिखा था।
आईटीओ पर नारेबाजी भी की गई। प्रदर्शनकारियों ने, ‘‘ अग्निपथ वापस लो, तानाशाही नहीं चलेगी’’ के नारे लगाए। छात्रों के समूह ने दावा किया कि उसके कई सदस्यों को विरोध-प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 17 से 18 युवक विरोध प्रदर्शन के लिये आईटीओ पर जमा हुए। उन्हें हिरासत में लेकर तत्काल इलाके से हटा दिया गया।
आइसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन. साई बालाजी ने कहा, ‘‘ हम अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि इससे रक्षा क्षेत्र में नौकरियों संविदा आधारित हो जाएंगी। मोदी सरकार को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए शर्म आनी चाहिए।’’
अग्निपथ योजना: तेलंगाना में प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत,चार अन्य घायल
हैदराबाद, 17 जून (भाषा) सेना में भर्ती के लिए केंद्र की नयी योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर शुक्रवार को पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गये।
इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन पहले बिहार और उत्तर प्रदेश में शुरू हुए, जिसके बाद यह दक्षिणी राज्य में भी फैल गया। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर उपद्रव करने वाले प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए गोलीबारी की, जहां प्रदर्शन के दौरान एक ट्रेन के तीन डिब्बों को आग लगा दी गई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक व्यक्ति की मौत हो जाने की पुष्टि करते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि गोलीबारी आरपीएफ ने की।
घायलों का इलाज राजकीय गांधी अस्पताल में चल रहा है।
दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने तीन यात्री ट्रेन के कुछ डिब्बों में आग लगा दी लेकिन इन घटनाओं में कोई यात्री हताहत नहीं हुआ।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ वहां एक घटना (गोलीबारी की) हुई, उन्हें (प्रदर्शनकारियों को) नियंत्रित करने के लिए गोलियां भी चलानी पड़ी।’’
सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाकों में तनाव व्याप्त हो गया। रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित दुकानें बंद हैं।
टेलीविजन पर प्रसारित वीडियो फुटेज से, स्टेशन पर घायल कुछ प्रदर्शनकारियों को अस्पताल ले जाने के संकेत मिलते हैं।
प्रदर्शनकारियों ने एक मालवाहक (पार्सल) डिब्बे से सामान निकाल कर पटरी पर फेंक दिया और उनमें आग लगा दी, जिससे ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं।
एससीआर सूत्रों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने केंद्र के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सेना में सामान्य तरीके से भर्ती करने की मांग की। प्रदर्शनकारी करीब 300 से 350 की संख्या में थे। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस नई योजना के तहत थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती चार साल के लिए संविदा आधार पर की जाएगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।
अग्निपथ योजना पर लोगों को उकसाकर विवाद पैदा कर रहा विपक्ष : वी के सिंह
नागपुर (महाराष्ट्र), 17 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व थलसेना प्रमुख जनरल वी. के. सिंह ने शुक्रवार को विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे सशस्त्र बलों में अल्पकालिक भर्ती के लिए केंद्र द्वारा लायी गई अग्निपथ योजना के संदर्भ में लोगों को उकसाकर विवाद उत्पन्न कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि चूंकि विपक्ष के पास इसके सिवा करने को कुछ और नहीं है, इसलिए वह योजना का क्रियान्वयन शुरू होने से पहले ही इस पर विवाद उत्पन्न कर रहा है।
सेना में भर्ती की नयी योजना को लेकर हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन के बारे में नागपुर हवाईअड्डा पर संवादाताओं से सिंह ने कहा, ‘‘योजना में कोई विवाद नहीं है, लेकिन विपक्ष विवाद उत्पन्न कर रहा है, जिसके पास करने को कुछ और नहीं है। वे ईडी द्वारा चारों ओर से घेर लिये गए हैं...।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को गलत चीजें बताई जा रही हैं और उन्हें उकसाया जा रहा है। जब योजना की शुरुआत शेष है, ऐसे में विवाद कहां है? ’’
मंत्री ने कहा कि सेना कभी भी बड़े पैमाने पर नौकरी-प्रदाता नहीं रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को कुछ खास शर्तों को पूरा करने के बाद सेना और अन्य सशस्त्र बलों में नौकरी मिलती है, जिनमें काफी कुछ किया जाना होता है। यदि वे (अग्निवीर) अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो उन्हें सेवा में बरकरार रखा जाएगा। इसके अलावा, शेष को एक अच्छा वित्तीय पैकेज दिया जाएगा। हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों और गृह मंत्रालय ने उन्हें सैन्य बलों में प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है। ’’
उप्र के कई जिलों में ‘अग्निपथ’ के खिलाफ प्रदर्शन ,ट्रेन के डिब्बे में आग लगाई
लखनऊ, 17 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में केंद्र की नई योजना ‘अग्निपथ’ के विरूद्ध प्रदर्शन के बीच शुक्रवार को बलिया में पुलिस ने करीब 100 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया ।
यहां युवाओं ने एक ट्रेन के खाली डिब्बे में आग लगा दी और कुछ बसों में तोड़फोड़ की। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। अलीगढ़ में एक बस के टायरों में आग लगायी गयी हैं ।
युवकों द्वारा धरना प्रदर्शन की खबरें प्रदेश के बलिया, अलीगढ़, फिरोजाबाद, अमेठी, वाराणसी,उन्नाव व देवरिया जनपदों से आई हैं ।
उत्तर प्रदेश अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने संवाददाताओं को बताया,''इस संबंध में कुछ आक्रोश व्यक्त किया गया है । 17 जगहों से धरना प्रदर्शन की सूचना आई हैं, जिसमें से दो स्थानों- बलिया और अलीगढ़ पर आगजनी हुई हैं । बलिया में वाशिंग पिट में खड़े एक डिब्बे को आग लगा दी गयी । अलीगढ़ के टप्पल के पास एक रोडवेज बस के टायर में आग गयी है । इसके अतिरिक्त अन्य जगहों पर छिटपुट वारदात हुई हैं । पुलिस द्वारा मौके पर पहुंच कर लोगों को समझाया गया । जनप्रतिनिधियों, प्रधान उनके जरिए बच्चों को विश्वास में ले रहे हैं ।''
बलिया की जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने पीटीआई-भाषा को बताया कि फिलहाल सौ लोगों को हिरासत में लिया गया है तथा सी सी टी वी के जरिए आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जांच के बाद आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी ।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को तड़के अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं की भीड़ जिला मुख्यालय पर स्थित वीर लोरिक स्टेडियम में एकत्रित हुई । अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि युवाओं के प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए तैयारी कर ली गई थी तथा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे । जिले में दस मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की गई थी ।
उन्होंने बताया कि भारी संख्या में बाहर से लोग आ गए तथा वीर लोरिक स्टेडियम से युवाओं की भीड़ बलिया रेलवे स्टेशन पहुंच गई और उसने बवाल शुरू कर दिया । सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के अनुसार युवाओं ने रेल पटरी उखाड़ने का प्रयास किया तथा रेल संपत्ति को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की । वायरल वीडियो के अनुसार बलिया-वाराणसी मेमू एवं बलिया-शाहगंज ट्रेन में भी तोड़फोड़ की गई तथा प्लेटफार्म पर दुकानों को भी निशाना बनाया गया । रोडवेज से अनुबंधित दो बस में भी तोड़फोड़ की गयी।
अपर पुलिस अधीक्षक तिवारी ने बताया कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया तथा अश्रु गैस के गोले छोड़े।
उन्होंने बताया कि उपद्रवी तत्व लाठी डंडे लिए हुए थे तथा उन्होंने पथराव किया । वायरल वीडियो के अनुसार उपद्रवी तत्व भारत माता की जय व अग्निपथ कानून वापस लो , नारा लगा रहे थे ।
उपद्रवी तत्वों ने जिला मुख्यालय पर बैरिया मार्ग पर स्थित चित्तू पांडेय चौराहा से भृगु मंदिर मार्ग तक जमकर उपद्रव किया। परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह के छोटे भाई धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि उपद्रवी तत्वों ने परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह के शिविर कार्यालय पर भी पथराव किया तथा कार्यालय गेट पर लगे होर्डिंग के साथ तोड़ फोड़ किया ।
जिलाधिकारी अग्रवाल ने संवाददाताओं को बताया कि युवाओं के प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए शुक्रवार सुबह से ही पुलिस की तैनाती की गई थी। कुछ उपद्रवी लड़के आए तथा उन्होंने पत्थरबाजी का प्रयास किया। प्रशासन ने इसे विफल कर दिया।
जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जनपद के सभी बोर्ड के सभी माध्यमिक विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश है और अब ऐसी स्थिति में किसी भी दशा में कोई भी विद्यालय बिना पूर्वानुमति के नहीं खोले जाएंगे। कुमार ने कहा कि इसके साथ ही मुख्यालय और आस पास के विद्यालयों के कार्यालय व सभी प्रकार के कोचिंग संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) के जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि,'बलिया रेलवे स्टेशन के बाहर यार्ड में खड़ी एक ट्रेन के खाली डिब्बे में कुछ लोंगो ने आग लगा दी, लेकिन आग पर तुरंत काबू पा लिया गया और ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।'
सूत्रों ने कहा कि बाहर से आने वाली बसों को भी निशाना बनाया गया है। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कहा, ‘‘युवाओं के विरोध की आशंका को देखते हुए सुबह से ही पुलिस तैनात कर दी गई। कुछ अनियंत्रित युवकों ने आकर पथराव करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन ने उन्हें कामयाब नहीं होने दिया। बलिया रेलवे स्टेशन के एक हिस्से में तोड़फोड़ की गयी। उपद्रवी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।’’
जिलाधिकारी अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल सौ लोगों को हिरासत में लिया गया हैऔर अब सी सी टी वी के जरिए आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी । उन्होंने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा करते हुए कहा कि स्थिति के मद्देनजर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है । उधर मंडल आयुक्त विजय विश्वास पंत व पुलिस उप महानिरीक्षक अखिल कुमार भी बलिया पहुंच गए हैं। अधिकारी द्वय ने घटनास्थल का दौरा किया।
अलीगढ़ से मिली खबर के अनुसार अलीगढ़ में 'अग्निपथ' के खिलाफ व्यापक विरोध के बाद शुक्रवार सुबह से अलीगढ़ और नोएडा में सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
शुक्रवार को टप्पल के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर पथराव में एक यात्री बस के टायरों में आग लगा दी गई, जिससे बस को नुकसान हुआ हैं । इसके अलावा कम से कम दो अन्य बसें क्षतिग्रस्त हो गईं।
पुलिस की टीमें विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर पहुंच गई हैं और अंतिम रिपोर्ट आने पर स्थिति को शांत कर रही हैं।
पुलिस अधिकारियों ने यहां बताया कि चल रहे 'अग्निपथ' विरोध प्रदर्शन और आज की जुमे की नमाज के मद्देनजर पूरे जिले में आज सुबह से पुलिस गश्त और अन्य सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने एक बयान में सभी को कानून अपने हाथ में न लेने की चेतावनीदी। उन्होंने कहा कि प्रशासन प्रदर्शनकारियों की सभी जायज मांगों पर पूरी तरह से विचार करेगा और ऐसी सभी शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को भेजेगा, लेकिन किसी भी कानून तोड़ने वाले से गंभीरता से निपटा जाएगा।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और जो कोई भी अफवाहें फैलाता हुआ पाया जाएगा, उसे दंडित किया जाएगा।
फिरोजाबाद से मिली रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बसों में तोड़फोड़ की । प्रदर्शनकारियों ने बसों को रोकने के लिए बैरियर लगाकर उनमें तोड़फोड़ की।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अखिलेश नारायण ने बताया,'सुबह करीब सात बजे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के थाना मटसेना इलाके में कुछ उपद्रवी राजमार्ग पर आ गए और उन्होंने बैरियर लगाकर चार बसों में तोड़फोड़ की। इस दौरान बस में बैठे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। बाद में सभी यात्रियों को दूसरी बसों से रवाना किया गया।'
उन्होंने बताया कि जिन बसों में तोड़फोड़ की गई है उनमें गोरखपुर से दिल्ली, बस्ती से गाजियाबाद, गोरखपुर से दिल्ली और दिल्ली से गोरखपुर जा रही बस शामिल हैं।
तोड़फोड़ करने वाले लोग आसपास के ही गांव के बताए गए हैं जिन्हें चिह्नित करने की कार्रवाई की जा रही है।
अमेठी से मिली खबर के अनुसार केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर शुक्रवार को यहां युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया
जानकारी के मुताबिक युवाओं ने योजना का विरोध करते हुए विकासखंड भादर मुख्यालय पर दुर्गापुर-अमेठी मार्ग को जाम कर दिया जिसे खाली कराने के लिए पुलिस प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी।
वाराणसी से मिली खबर के अनुसार केंद्र सरकार की इस योजना के विरोध में वाराणसी में युवाओं ने प्रदर्शन करने के साथ ही कई जगहों पर तोड़फोड़ की। कैंट स्टेशन पर सैकड़ों युवाओं ने सरकार विरोधी नारे लगाए और स्टेशन के सामने कई रोडवेज की बसों और ठेलों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
पुलिस बल के खदेड़ने पर उपद्रवी युवाओं की टोली महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की तरफ भागी और फिर पथराव करने लगी। युवाओं ने लहरतारा स्थित डीआरएम कार्यालय के सामने भी बसों में तोड़फोड़ की।
मौके पर पहुंचे पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने कहा कि कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वालों से हमने शांति की अपील की है। जो लोग नहीं मानेंगे उनके साथ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
उन्नाव से मिली खबर के अनुसार जिले के सफीपुर इलाके में महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के पास युवकों ने धरना दिया. बाद में उन्होंने उप जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसे रक्षा मंत्री को संबोधित किया गया था।
युवकों ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए बाइक रैली भी निकाली और 'अग्निपथ' के खिलाफ नारेबाजी की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि शेखर ने कहा, "शांति है, कुछ युवकों ने विरोध प्रदर्शन किया था, और उन्हें समझाने के बाद वापस भेज दिया गया।"
देवरिया में भी 'अग्निपथ' योजना के विरोध में युवकों ने धरना दिया।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी। इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी।
योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।
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