ट्रेन हादसों में हाथियों की मौत : 1,800 किमी रेलवे ट्रैक के संवेदनशील बिंदुओं की पहचान की गई

रेल हादसों में हाथियों की मौतों के मामलों को कम करने के प्रयास में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने देश भर में 1,800 किलोमीटर रेलवे ट्रैक के संवेदनशील बिंदुओं की पहचान की है जहां ऐसी घटनाओं की संभावना अधिक है।
एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखे जाने की शर्त पर यह जानकारी दी। अधिकारी के मुताबिक़ परीक्षण के आधार पर लगभग 15 से 20 संवेदनशील बिंदुओं के भू-निर्देशांक रेलवे के साथ साझा किए गए हैं जो इन स्थानों पर निवारक उपाय करेगा। इन उपायों में रेलवे पटरियों पर जंगली हाथियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए रैंप के निर्माण जैसे सरल तरीक़ों को शामिल किया जा सकता है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अधिकांश दुर्घटनाओं के कारणों में पटरियों के किनारे पत्थर और दोनों तरफ तटबंध शामिल हैं, जिससे युवा हाथियों का चलना मुश्किल हो जाता है। कई बार, वे पीछे रह जाते हैं और वयस्क हाथी उन्हें बचाने की कोशिश में अपनी जान गंवा बैठते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘परीक्षण के आधार पर इन 15-20 संवेदनशील बिंदुओं पर मिट्टी के रैंप बनाए जाएंगे।’’
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