कवि-कथाकार सुजाता को देवीशंकर अवस्थी सम्मान

हर साल किसी युवा आलोचना-पुस्तक आलोचक को डॉ. देवीशंकर अवस्थी सम्मान के लिए चुना जाता है। इस बार वर्ष 2022 में प्रकाशित कवि-कथाकार सुजाता की पुस्तक आलोचना का स्त्री पक्ष को इस सम्मान के लिए चुना गया है। यह निर्णय सर्वसम्मति से चयन-समिति ने लिया जिसमें राजेन्द्र कुमार, नन्द किशोर आचार्य, अशोक वाजपेयी और कमलेश अवस्थी शामिल हैं।
यह जानकारी सम्मान चयन समिति संयोजक-सदस्य कमलेश अवस्थी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में दी।
इस संबंध में चयन समिति का कहना है-
‘आलोचना का स्त्री पक्ष’ में कवि-कथाकार सुजाता ने विस्तार से विचार, आलोचना और सृजन में स्त्री पक्ष की स्थिति का गम्भीरता और अध्यवसाय के साथ विश्लेषण किया है। आधुनिक विश्व में स्त्री-विमर्श की प्रमुख स्थापनाएँ, रीतिकालीन कविता, भारत में स्त्री-सृजन की परम्परा, लोकगीत, उन्नीसवीं सदी के सुधार आन्दोलन, स्वतन्त्रता के बाद के स्त्री लेखन की विशद और कुशाग्र विवेचना करने के साथ-साथ सुजाता ने पाँच स्त्री-कवियों का जतन-समझ- संवेदना से पाठ किया है। यह पुस्तक आलोचना के क्षेत्र में एक विचारशील और वांछित हस्तक्षेप है।’
पुरस्कार 5 अप्रैल 2023 को दिल्ली में सहित्य अकादेमी के सभागार में एक विशेष आयोजन में दिया जायेगा, जिसकी अध्यक्षता मृदुला गर्ग करेंगी और जिसमें ‘तुमुल कोलाहल में स्त्री की आवाज’ विषय पर परिचर्चा भी होगी।
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